अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के डॉ. संदीप कटियार को "ब्रोंकोकॉन 2025" में सम्मानित किया गया

अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल के डॉ. संदीप कटियार को "ब्रोंकोकॉन 2025" में सम्मानित किया गया

PPN NEWS

Report - Abhi Thakur

कानपुर, दिनांक, 27-मई-2025


- इंडियन एसोसिएशन फॉर ब्रोंकोलॉजी के 27वें राष्ट्रीय सम्मेलन में मिला विशेष सम्मान


कानपुर के प्रतिष्ठित अपोलो अस्पताल के कंसल्टेंट पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. संदीप कटियार को हाल ही में नई दिल्ली में आयोजित इंडियन एसोसिएशन फॉर ब्रोंकोलॉजी के 27वें राष्ट्रीय सम्मेलन 'ब्रोंकोकॉन 2025' में भाग लेने का विशेष सम्मान प्राप्त हुआ। डॉ. कटियार को थोरैकोस्कोपी कार्यशाला के संकाय के रूप में चुना गया, जहाँ उन्होंने 'सेमी-रिजिड थोरैकोस्कोप के साथ चरण-दर-चरण थोरैकोस्कोपी' विषय पर अपनी विशेषज्ञता साझा की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मुख्य सम्मेलन सत्रों में भी सक्रिय भागीदारी निभाई और इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजी के क्षेत्र में देश के कुछ अग्रणी विशेषज्ञों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।


डॉ. कटियार ने बताया कि, "ब्रोंकोकॉन 2025 में भाग लेना मेरे लिए एक अत्यंत सम्मान की बात रही। विशेष रूप से थोरैकोस्कोपी कार्यशाला में संकाय सदस्य के रूप में 'सेमी-रिजिड थोरैकोस्कोप के साथ चरण-दर-चरण थोरैकोस्कोपी' विषय पर प्रस्तुति देना मेरे लिए एक समृद्ध अनुभव था। इस मंच पर देश के अग्रणी इंटरवेंशनल पल्मोनोलॉजिस्ट्स के साथ विचार साझा करने और नवीनतम तकनीकों पर संवाद करने का अवसर मिला। मैं इंडियन एसोसिएशन फॉर ब्रोंकोलॉजी का धन्यवाद करता हूँ कि उन्होंने मुझे इस प्रतिष्ठित सम्मेलन का हिस्सा बनने का अवसर दिया। यह अनुभव न केवल पेशेवर रूप से बल्कि व्यक्तिगत रूप से भी बेहद प्रेरणादायक रहा।"


डॉ. संदीप कटियार का ब्रोंकोकॉन 2025 में योगदान अपोलो अस्पताल, कानपुर के लिए गर्व की बात है। इस उपलब्धि ने अस्पताल को राष्ट्रीय स्तर पर एक सम्मानित चिकित्सा संस्थान के रूप में पहचान दिलाई है। 'सेमी-रिजिड थोरैकोस्कोप के साथ चरण-दर-चरण थोरैकोस्कोपी' पर उनकी कार्यशाला ने फेफड़ों के रोगों के इलाज में उनकी विशेषज्ञता को साबित किया है।


इस सम्मान से यह साफ है कि डॉ. कटियार और अपोलो अस्पताल दोनों ही मरीजों को बेहतर इलाज देने के साथ-साथ नई तकनीकों और चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने में लगातार काम कर रहे हैं। उनकी इस सफलता से पूरे अपोलो परिवार को नई ऊर्जा और प्रेरणा मिली है, जिससे भविष्य में अस्पताल के सभी चिकित्सा कार्यक्रम और भी बेहतर बन सकें।

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