।। महालक्ष्मी स्तवन ।।
- Posted By: Alopi Shankar
- साहित्य/लेख
- Updated: 3 November, 2021 10:34
- 2378

प्रकाश प्रभाव न्यूज़ प्रयागराज
संग्रहकर्ता - सुरेश चंद्र मिश्रा "पत्रकार"
।। महालक्ष्मी स्तवन ।।
जिन मित्रों को श्री सूक्त और कनक धारा पाठकरने में समस्या हो वो धन तेरस से दीपावली पर्व तक 3दिनों इस स्तवन का दैनिक 11 पाठ करें माता की कृपा में बड़ा सहायक होगा बड़ी श्रद्धा से यह स्तवन लिखा गया है ।
जय जय महोदधि नंदिनी त्रैलोक्य वैभव स्वामिनी।
पद्मासना सुखदा सदा जै जै भुवन पति भामिनी।।1।।
जै परम शोभा खानि जै जै धर्म वृत्ति सहाइका।।
जै महालक्ष्मी स्वर्ण रूपा सकल विभव प्रदाइका।।2।।
हरि उर सरोज निवासिनी निसि दिन सुजन सुखदाइका।।।
दारिद्र्य भंजनि लोक रंजनि अखिल विश्व विधाइका।।3।।
जग जननि सुषमा खानि सब सुख दानि जै भृगु बालिका।
जै शेष शाई भामिनी जै अखिल जग संचालिका।।4।।
तव कृपाकोर सदैव चाहत, इन्द्र बिधि शिव हरि स्वयम्।
तव तेज किंचित प्राप्ति ते भै भास्कर तेजोमयम्।।5।।
शीतल सुधा मय दिव्य रूप अनूप रति कोटिक लजैं।
मरुथल मसानहुं में परे पगधूरि तहं ऋधि सिधि सजैं।।6।।
आरोग्य वैभव शान्ति सुख धर्मार्थ मोक्ष प्रदाइनी ।
जै तिमिर नासिनि जग हुलासिनि सिंधुजा बरदाइनी।।7।।
संसार के शुभ काज साज समाज सब तुमते सरै।
श्री देवि बिनु तव कृपा दृष्टि कृतार्थ को त्रिभुवन करै।।8।।
ब्रह्मांड के सब जीव ज्ञान प्रकाश में सब सुख लहें।
धन धान्य स्वास्थ्य सुभक्ति शक्ति सुसंपदा पावत रहें।।9।।
दीपावली शुभ पर्व दूषण सर्व देवि बिसारिए।
सुरेश,, अकिंचन चरण शरण दयामई स्वीकारिए।।10।।
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः।
दीपावली के पावन पर्व पर सादर समर्पित।
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