कोरोना क्या है चलिए समझते है

कोरोना क्या है चलिए समझते है

प्रकाश प्रभाव न्यूज

मिर्जापुर 

रिपोर्ट अमित कुमार सिंह

कोरोना क्या है चलिए समझते है 

आज सभी देशों में सिर्फ एक ही बीमारी फैली हुई जिसका नाम कोरोना है बड़े साइंटिस्ट और वैज्ञानिकों का कहना है कि ये एक खतरनाक वायरस है जो फ्लू की तरह फैलता है इसे देशी भाषा में छुआ छूत की बीमारी कहा जा रहा है कि भाई जिस सख्स को कोरोना है उसके संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति को यह बीमारी हो जाएगी लेकिन इस बात पर भी कई तर्क वितर्क सामने आ रहे है कोई कहता है कि जिसे कोरोना है अगर वह कहीं पर भी छिंकता है या थूकता है तो उस छींक से निकले लार के संपर्क में आने से कोरोना दूसरे को होता है या थूक से निकले लार से होता है जब यह बीमारी बीमार व्यक्ति के लार के संपर्क में आने से ही आगे बढ़ेगी तो किसी के हाथ पैर को छूने से क्या दिक्कत है अभी कुछ दिन पहले हवा में उड़ते हुए खबर अाई की भाई अब तो कोरोना हवा में भी फ़ैल गया है कोरोनावायरस अब हवा में मिल गया है इस लिए बढ़िया क्वालिटी का मास्क इस्तेमाल कीजिए जैसे की N95 अब सोचने की बात यह है कि मेरी जानकारी के हिसाब से N95 का मास्क बहुत महंगा है भारत देश की जनता वैसे भी बहुत गरीब है तो जो इंसान महंगा मास्क नहीं खरीद सकता क्या उसे कोरोना हो जाएगा इस महामारी की वजह से हुए लॉक डाउन में कितनी जनता बेरोजगार हो गई लोग दर दर भटकने पर मजबूर हो गए ऐसे में कई दानियो ने भूख से मर रहे लोगो की सहायता की और खूब जम कर फोटो खिंचवाई की आज फला नेता जी या फला भैया जी या फला साहब द्वारा गरीबों में राहत सामग्री बांटी गई आपको क्या लगता है ये गरीबों कि मदद की गई या उनका मज़ाक उड़ाया गया उनकी औकात दिखाई गई तुम ऐसे ही हो और ऐसे ही रहोगे जब कोरोना के चपेट में बहुत कम लोग आए थे तब जल्द से जल्द सख्ती से लॉक डाउन लगा दिया गया की लोग बाहर ना निकले नहीं तो कोरोना हो जाएगा लेकिन आज जब पूरे भारत देश में कोरोना का स्तर भयावह रूप में है तब कोई लॉक डाउन नहीं बीच में ऐसी अफवाह फैली की शराब का सेवन करने वालो को कोरोना नहीं होगा क्यूंकि कोरोना अल्कोहल से भाग जाएगा लेकिन उस समय शराब की सभी दुकानें पूर्ण रूप से बंद कर दी गई थी कि बाहर ना निकले कोरोना हो जाएगा उसके बाद जब देश के सर्वोच्च डॉक्टरों द्वारा बताया गया कि शराब के सेवन से शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम और कमजोर हो जाती है इस लिए शराब के सेवन से बचें तब सरकार द्वारा आदेश दिया जाता है कि प्रदेश में शराब की दुकानें खोल दी जाय क्यूंकि सरकार को राजस्व नहीं आ रहा है ऐसा क्यों जब सरकार जानती है कि शराब के सेवन से मनुष्य के शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होती है और कोरोना से इफेक्टेड होने का खतरा और जान जाने का खतरा बढ़ सकता है तो सरकार ने ऐसा कदम क्यों उठाया क्या सरकार को जनता की जिंदगी से ज्यादा राजस्व से प्रेम है जब राजस्व ही इकट्ठा करना है तो ये दिखावा क्यों सभी सर्जरी ओ पी डी सब बंद कर दी गई थी ऐसे में कई लोग और कई प्रकार के रोगों से मर गई जिसकी कोई गणना ही नहीं है क्या कोरोना एक छलावा है कुछ दिन पहले बाबा रामदेव मिडिया को बताया कि पतंजलि ने कोरोना की दवा बना दी और उसको लॉन्च करने जा रही है पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई लेकिन ये क्या कुछ राज्यो में पतंजलि पर केस कर दिया दवा पर बैन की इन्होंने बनाया कैसे इनके पास इसे बनाने का लाइसेंस नहीं है तो फिर कैसे बनाया क्या ये राजनीति है या ड्रग माफियाओं का दबाव फिर बाबा रामदेव के पतंजलि की कोरोना के लिए बनाई गई दवा को इम्यूनिटी बूस्टर का नाम दे दिया जाता है इस कोरोना की सच्चाई आज तक कोई नहीं जान पाया कोई कहता है कि ये एक फ्लू है जैसे सर्दी खांसी जुखाम और कोई कहता है कि दमा की तरह है इस लिए सांस लेने में तकलीफ होती है इस बीमारी में कोरोना के नाम पर सारा देश डर गया कि कहीं हमे कोरोना ना हो जाए आज कोई भी सर्जरी करानी हो सर्जन डॉ ये जान रहा है कि जिस मरीज की सर्जरी होनी है उसके अंदर कोरोना का कोई लक्षन नहीं है फिर भी बिना कोरोना टेस्ट सर्टिफिकेट के बिना सर्जरी नहीं होगी देश की कितनी जनता गरीब है अब सर्जरी के लिए उसके पास पैसे नहीं है उसी में एक और खर्च कोरोना टेस्ट का अगर मरीज सीरियस है तो वो तो मर जाएगा लेकिन नहीं सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार कोरोना सर्टिफिकेट अनिवार्य है ।

जब कोरोना की शुरुवात थी तब सभी चैनलों पर सोशल मीडिया पर सिर्फ कोरोना छाया हुआ था आज जब कोरोना अपनी चरम सीमा पर है तो कोई नाम ही नहीं ले रहा है बस आंकड़े बताए जा रहे है कि आज प्रदेश में इतने मरीज बढ़े सरकार का कहना है कि इस महामारी से निपटने के लिए सरकार ने कई व्यवस्थाएं की है बहुत बेड खाली है आइसोलेशन वार्ड में लेकिन सोशल मीडिया पर अकसर कोई ना कोई रोता दिखता है कि सुबह से एम्बुलेंस में घूम रहे है किसी हॉस्पिटल में बेड नहीं है क्या यही व्यवस्था है यहां सरकार के सारे दावे खोखले नजर आ रहे है इस 

कोरोना काल में कितने तितर बितर हो गए लेकिन हमारे देश की राजनीति अपने चरम सीमा पर रही जब गरम पानी पीकर हमे अपना बचाव करना है काढ़ा पीकर करना है तो किसी की सलाह क्यों और कोई डर क्यों जनता गरम पानी पीने में सक्षम है  किसी की मदद की जरूरत क्यों किसी ने कहा कि कोरोना के नाम पर देश को ठगा जा रहा है ये खबरे अक्सर आती रहती है कि सरकार द्वारा कुछ ऐसे बिल पास किए गए जिस वजह से पूरे देश के कई शहरों में हिंसा हुई इसी हिंसा को रोकने के लिए कोरोना का डर सबके दिमाग में बैठाया गया कितने डॉक्टर डर गए क्यूंकि इस कोरोना से जंग में लोगो को बचाने में कई डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई है लेकिन अफवाहों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है ।

क्यूंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के इतने लछन बता दिए की आम इंसान को कोई भी बीमारी होती है तो उसे लगता है कि कोरोना हो गया है क्यूंकि कोरोनावायरस के सिम्पटम्स अनगिनत है जैसे सर्दी खांसी जुखाम सिर में दर्द बुखार स्वाद का चला जाना सूंघने की क्षमता कम हो जाना पेट में तकलीफ पूरे शरीर में दर्द जैसे कई लछन बता दिए गए है ऐसे में कोई इस कोरोना को समझ नहीं पा रहा है अक्सर वैक्सीन के बन जाने का दावा किया जा रहा है लेकिन अभी तक बन नहीं पाया है विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दिसंबर तक वैक्सीन बन जाएगी भारत देश की जनता उस दिन के इंतेजार में है कि कब वैक्सीन बन जाएगी शायद कोरोना का डर जनता के दिमाग से उसी समय जाएगा जब पूर्ण रूप से वैक्सीन बन कर बाज़ार में आ जाएगी

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *