रेलवे ठेकेदार के दोगले पन से नाराज ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
- Posted By: Dinesh Kumar
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 5 January, 2021 18:42
- 590

प्रकाश प्रभाव न्यूज़
कौशाम्बी। 5,2021
रिपोर्ट, अवनीश शर्मा/ कौशाम्बी
रेलवे ठेकेदार के दोगले पन से नाराज ग्रामीणों ने किया चक्का जाम
DFCCIL कम्पनी के द्वारा ग्राम अशरफपुर में रेलवे द्वारा अंडरपास LC 10 पर अशरफपुर,बीरनपुर व मरधरा की तरफ रास्ता न दिए जाने से नाराज ग्रामवासियो ने किया चक्का जाम
कौशाम्बी। रेलवे ठेकेदार के दोगले पन से नाराज सैकड़ो ग्रामीणों ने चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया है कई घंटे तक ग्रामीण प्रदर्शन कर अपनी जिद पर अड़े रहे लेकिन अधिकारियों के न्याय आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ है मामला जिले के चायल तहसील क्षेत्र के असरफ पुर रेलवे फाटक का है अधिकारियों ने समय रहते इस मामले में न्याय प्रिय तरीके से मामले का निस्तारण नहीं कराया तो ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ सकता है
जानकारी के मुताबिक कोखराज थाना क्षेत्र के मूरतगंज चौकी के अंतर्गत DFCCIL द्वारा दूसरी व तीसरी रेलवे लाइन बनाने हेतु कार्य चल रहा है कुछ समय पहले अशरफपुर रेलवे फाटक संख्या 10 पर अंडरपास दिए जाने का प्रस्ताव किया था
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की DFCCIL कम्पनी ने ग्रामवासियो को यह बताया था कि यहाँ पर टी पाइंट का अंडरपास पुल दिया जायेगा जिसके लिए अंडरपुल के पास काली माता का मंदिर शिफ्ट करने का आपसी सहमति से समझौता भी किया था मगर आज यह देखा जा रहा है कि टी पाइंट को न देते हुए एल आकार में अंडरपास बनाया जा रहा है जिसकी वजह से तीनों गांवो की ओर जाने का रास्ता करीब 3 कि. मी दूरी तय करके घूम कर जाना पड़ेगा ग्रामवासियो का कहना है कि कोई घटना होने पर किसी को सूचना दिए जाने पर घंटो इंतज़ार करना पड़ेगा जिससे ग्रामवासियो व किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा
रेलवे अधिकारी और ठेकेदारों के इसी दोगलापन से नाराज ग्रामवासियो ने चक्काजाम कर DFCCIL का कार्य ठप करा दिया जिससे कई घंटों तक आने जाने का रास्ता बंद रहा रेलवे के अधिकारियो को जैसे ही इस मामले की सूचना मिली तो वह मौके पर पहुचे उन्होंने ग्राम वासियो को किसी तरह शान्त कराकर और उनसे 3 दिन का समय लेते हुए विश्वास दिलाया कि हम अपने उच्चअधिकारियो से इस संबंध में बात चीत करके इस मामले का हल निकालेंगे तब तक हम अंडरपुल का कार्य रोक देते है अब देखना यह है कि ग्राम वासियो के विस्वास पर रेलवे के अधिकारी और ठेकेदार कितना सही उतरते है
Comments