नाबालिक बच्चों से प्रधान द्वारा कराया जा रहा है मनरेगा कार्य
- Posted By: Abhishek Bajpai
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 26 May, 2020 19:45
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PRAKASH PRABHAW NEWS
रिपोर्ट-अभिषेक बाजपेयी
नाबालिक बच्चों से प्रधान द्वारा कराया जा रहा है मनरेगा कार्य
बच्चों के भविष्य से कर रहे है खिलवाड़ प्रशासन के नियमो को ताख पर रख कर हो रहा है कार्य
रायबरेली। इन दिनों मनरेगा का कार्य लगभग हर ब्लॉकों में कराया जा रहा है, ताकि लॉकडाउन के चलते काम की कमी को दूर किया जा सके और श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराया जा सके, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो सरकार के निर्देशों को धता बताते हुए नाबालिगों के हाथ में फावड़ा थमा दे रहे हैं। दरअसल,रायबरेली जनपद में ब्लाक के ग्राम पंचायतों में नाले एवं तालाबो की खुदाई का काम जॉब कार्ड धारकों से कराया ही जा रहा है, लेकिन साथ ही साथ नाबालिग बच्चों से भी मनरेगा के तहत काम लेने में ग्राम प्रधान कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे, जिन बच्चों के हाथों में कॉपी और किताब होना चाहिए ऐसे में उनके हाथों में फावड़ा थमा दिया गया है।बताते चले कि ऊँचाहर तहसील क्षेत्र के अंतर्गत रोहनिया ब्लॉक के ग्रामसभा इटैली के ग्राम प्रधानपति द्वारा गांव के पास तालाब सौन्दरीकरण का कार्य मनरेगा के तहत करवाया जा रहा था। वहां खुदाई में लगभग सैकड़ों की संख्या में मजदूर कार्य कर रहे है। इस दौरान किसी भी मजदूर के चेहरे पर न ही मास्क लगा है और न ही सोशल डिस्टेंसिग का पालन किया जा रहा। इतना ही नहीं, वहां पर हैंडवाश के लिए सेनेटाइजर या साबुन कुछ भी नही मिला। वहां सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो यह देखने को मिली की 13से 17वर्ष के बीच के नाबालिग बच्चे भी वहां काम करते हुए मिले। एक तरफ जहां केंद्र और राज्य सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी मामलों को लेकर बेहद ही संवेदनशील है तो वहीं दूसरी तरफ गांव के जिम्मेदार ही देश के कर्ण धार कहे जाने वाले बच्चों के भविष्य के साथ मख़ौल मज़ाक उड़ा रहे। है उधर गांव के कुछ लोगो का कहना है कि इटैली ग्राम के प्रधान पति द्वारा मनरेगा मजदूरों से पिपरमेंट भी निरवाते है अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इन गैर जिम्मेदार प्रधानो के ऊपर क्या कार्यवाही होती है या फिर पूरे मामले को रफा दफा कर दिया जाता है ये जानना शेष है।
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