गरीबी के कारण हमारे पास इतने पैसे भी नहीं कि मरने के बाद क्रिया कर्म किया जा सके - सुसाइड नोट
- Posted By: Admin
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 30 May, 2020 14:52
- 2807

prakash prabhaw news
लखीमपुर खीरी
ब्यूरो रिपोर्ट
लॉक डाउन के कारण हमारे पास इतने पैसे भी नहीं कि मरने के बाद क्रिया कर्म किया जा सके
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में मैगलगंज रेलवे स्टेशन पर एक शव पड़ा मिला। शव को देखते ही हड़कम्प मच गया। रेलवे ट्रैक पर पड़े शव की पहचान भानू प्रताप गुप्ता की बताई गयी । गुप्ता की जेब से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उन्होंने अपनी गरीबी और बेरोजगारी का उल्लेख किया हुआ है।
लॉकडाउन की वजह से देश को आर्थिक नुक्सान तो सहना ही पड़ रहा है उसके साथ ही साथ कई लोगों की जिंदगियाँ भी चली गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार भानू मैगलगंज के रहने है और शाहजहांपुर में एक होटल पर काम करता था। लॉकडाउन के बाद से भानू लम्बे समय से घर पर ही रहता था। भानू गुप्ता की आर्थिक स्थिति भी ज्यादा ठीक नहीं थी।
लॉकडाउन की वजह से घर में खाने को कुछ भी नहीं था और न अपने और अपनी बूढ़ी मां के इलाज के लिए पैसे थे। भानू को खाँसी , जोड़ो का दर्द और सांस की बीमारी भी थी। भानू के तीन बेटियां और एक बेटा हैं। इसके साथ ही साथ घर पर बूढ़ी मां और माँ की बीमारी का बोझ भी भानू के ऊपर ही था।
एक तो आर्थिक तंगी और ऊपर से इतनी जारी जिम्मेदारियाँ। भानू इन जिम्मेदारियों को निभाने में जब असफल होने लगा तो उसने रेलवे ट्रैक पर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
आपको बताते चले की भानू गुप्ता की जेब से जो सुसाइड नोट मिला है उसमें उसने साफ साफ लिखा है कि राशन की दुकान से उसको गेहूं-चावल तो मिल जाता था, लेकिन ये सब काफी नहीं थे। चीनी, चायपत्ती, दाल, सब्जी, मसाले जैसी चीजें अब परचून वाला भी उधार नहीं देता था। मैं और मेरी विधवा मां लम्बे समय से बीमार हैं। लॉक डाउन बढ़ता ही जा रहा है और नौकरी भी नहीं मिल रही है जिससे काम करके घर का खर्चा चलाया जा सके और दवाएं लाकर इलाज कराया जा सके। हमारी शासन-प्रशासन से भी कोई सहयोग नहीं मिला, कोई सुध नहीं ले रहा है। हमारे पास इतने पैसे भी नहीं कि मरने के बाद क्रिया कर्म किया जा सके। धन्यवाद आप लोगों का।
इस बाबत डीएम शैलेन्द्र सिंह से जानकारी मिली है कि मृतक भानु गुप्ता शाहजहांपुर के होटल में काम करते थे। वह मैगलगंज के रहने वाले थे। उनकी डेड बॉडी मैगलगंज में रेलवे लाइन के किनारे मिली है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उनको अंत्योदय कार्ड के द्वारा राशन मिल रहा था। इस महीने भी राशन दिया गया है। उनकी मौत के सभी कारणों की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
Comments