कोटा बहाली के लिए ग्रामीण जिलाधिकारी से लगा रहे हैैं गुहार,जिलाधिकारी मौन
- Posted By: Admin
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 27 April, 2020 22:04
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Prakash Prabhaw News
आजमगढ़।
ब्यूरो रिपोर्ट,
कोटा बहाली के लिए ग्रामीण जिलाधिकारी से लगा रहे हैैं गुहार,जिलाधिकारी मौन
जनपद आजमगढ़ के सगड़ी तहसील स्थित अशरफ पुर गांव का जो इस समय राजनीतिक अखाड़ा बना है। उस गांव में 2 गुट हैं।
एक गरीबों का और दूसरा अमीरों का दोनों एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं और शिकार हो रहे हैं बेचारे गरीब ग्रामीण।
जहां एक ईमानदार कोटेदार साजिश का शिकार बन गया है और 90% ग्रामीण कोटेदार को कब न्याय मिलेगा इस बात का इंतजार कर रहे हैं।
यहां ज्यादातर ग्रामीणों का कहना है कि कोटेदार अत्यंत इमानदार व्यक्ति है इसे साजिश में फंसाया गया है।
वहीं इस मामले को लेकर ग्रामीण लगभग 400 लोगों ने अपनी सहमति से प्रार्थना पत्र हस्ताक्षर कर जिलाधिकारी को प्रेषित कर दिया है,
लेकिन जिलाधिकारी द्वारा अभी तक इस प्रार्थना पत्र पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है साथ ही ग्रामीणों का कहना हैं कि गांव का प्रधान पति अत्यंत भ्रष्ट व्यक्ति है, जो गांव के ज्यादातर मनरेगा के मजदूरों का पैसा पिछले कई महीनों से गणप कर रहा है लेकिन लॉकडाउन के कारण इस समय हम ग्रामीण जिलाधिकारी कार्यालय पर जाकर शिकायत करने में असमर्थ हैं।
ऐसे में ग्रामीण चाहते हैं कि जिला अधिकारी स्वयं इस गांव में आए और गांव की समस्याओं को सुने और देखें किस तरह से गरीब मजदूरों का पैसा हड़प जाता है।
साथ ही सप्लाई इंस्पेक्टर और प्रधान पति ने कैसे साजिश कर गरीब कोटेदार को भी जेल भिजवा दिया हैं।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि अगर जिलाधिकारी जल्द से जल्द इस गांव में नहीं आते हैं।
तो गांव में बवाल हो सकता है इसलिए ग्रामीण चाहते हैं कि जिलाधकारी आकर खुद अपने कानों से देखे सुने और न्याय करें।
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