सिग्मा हॉस्पिटल में बिना बच्चेदानी निकाले ट्यूमर निकाला गया।

सिग्मा हॉस्पिटल में बिना बच्चेदानी निकाले ट्यूमर निकाला गया।

सिग्मा हॉस्पिटल में बिना बच्चेदानी निकाले सिर के बराबर पांच किलो के ट्यूमर के साथ आधा दर्जन और ट्यूमर निकाले गए , महिला स्वस्थ, परिवार खुश



मोहनलालगंज, लखनऊ।


रिपोर्ट- सरोज यादव।


मोहनलालगंज कस्बे के सिग्मा हॉस्पिटल में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गरिमा चौधरी द्वारा महिला के गर्भाशय से बच्चेदानी को बिना निकाले सिर के बराबर पांच किलो वजन के ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकाले जाने के साथ ही महिला के गर्भाशय से आधा दर्जन अन्य छोटे बड़े ट्यूमरों को भी निकाल लिया गया। सफल ऑपरेशन के बाद जहाँ महिला पूरी तरह स्वस्थ है वहीं उसका परिवार भी बिना बच्चेदानी निकाले ही ट्यूमरों को निकाले जाने से काफी खुश है।


मोहनलालगंज कस्बे के सिग्मा हॉस्पिटल में  रायबरेली जनपद के राजापुर कोटवा मोहम्मदाबाद क्षेत्र की रहने वाली एक 29 वर्षीय महिला वसीम बानो पत्नी जाकिर अली दो दिन पूर्व भर्ती हुई थी। जिसे पिछले काफी लम्बे समय से माहवारी में अनियमितता, पेशाब तथा मल में रुकावट जैसी परेशानियां हो रही थीं। और उसका वजन भी लगातार बढ़ता जा रहा था। इसको लेकर डॉक्टरों की सलाह पर जांच कराई गई तो बच्चेदानी में ट्यूमर होने की बात पता चली। जिस पर कई डाक्टरों ने बच्चेदानी निकालने की सलाह दी। लेकिन वसीम बानो को कोई संतान नहीं थी इस वजह से वह बच्चेदानी निकलवाने के लिए तैयार नहीं थी। तब उसने सिग्मा हॉस्पिटल से संपर्क किया जहां महिला रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गरिमा चौधरी ने महिला की जांच करने के बाद अल्ट्रासाउंड कराया और अल्ट्रासाउंड में पता लगा कि महिला की बच्चेदानी में एक काफी बड़ी रसौली के अलावा कई अन्य छोटी रसौली भी हैं। इसमें से एक ट्यूमर का आकार लगभग सिर के बराबर था। जिसका ऑपरेशन किया जाना आवश्यक था। सिग्मा हॉस्पिटल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गरिमा चौधरी ने पीड़ित महिला की जांच के बाद सर्जन डॉक्टर सुन्दारिका यादव से चर्चा कर बिना बच्चेदानी निकालें ही गर्भाशय में मौजूद सभी ट्यूमरों को निकालने का आश्वासन दिया। जिसके बाद बुधवार को महिला का सफल ऑपरेशन कर मरीज की बच्चेदानी बिना निकाले हुए सभी ट्यूमरों को निकाला गया।

इस संबंध में सर्जन डॉ. सुन्दारिका यादव ने बताया कि रसौली एक प्रकार का बच्चेदानी का ट्यूमर होता है। जिसकी वजह से माहवारी में अनियमितता, गर्भधारण में परेशानी, आसपास के अंगों पर दबाव पड़ने से पेशाब तथा मल में रूकावट जैसे कई परेशानी हो सकती है। मरीज का समय से सफल ऑपरेशन कर सभी ट्यूमरों को निकाल दिया गया है। वहीं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. गरिमा चौधरी ने बताया कि अल्ट्रासाउंड में तीन ट्यूमर दिखे थे जिनमें से एक ट्यूमर सर के बराबर था जिसका वजन करीब पांच किलो था। इसके अलावा आधा दर्जन और ट्यूमर थे जिन्हें सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर निकाल लिया गया। टीम में डॉ. सुन्दारिका यादव, डॉ. गरिमा चौधरी, डॉ. एस.के.यादव, शिवम पटेल, अभिषेक व शुभम शामिल रहे।


सफल ऑपरेशन से परिवार में खुशी की लहर-------


पति जाकिर अली ने बताया कि उनकी पत्नी वसीम बानो को कोई बच्चा नहीं था। इस पर जब डॉक्टरों ने बच्चेदानी निकालने की बात कही तो परिवार के साथ पत्नी भी मायूस थी। लेकिन बुधवार को जब बिना बच्चेदानी निकाले सफल ऑपरेशन हो गया तो पत्नी समेत परिवार के  अन्य सभी लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई।

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