टीवी चैनल संपादक पर धार्मिक उन्माद फैलाने और कोरोना महामारी संकट के दौर में अशांति फैलाने के आरोप  में अलग अलग शहरों में 101 एफ.आई.आर. दर्ज करायी गयी 

टीवी चैनल संपादक पर धार्मिक उन्माद फैलाने और कोरोना महामारी संकट के दौर में अशांति फैलाने के आरोप  में अलग अलग शहरों में 101 एफ.आई.आर. दर्ज करायी गयी 

प्रकाश प्रभाव न्यूज़ 

ब्यूरो प्रयागराज की रिपोर्ट 

टीवी चैनल संपादक पर धार्मिक उन्माद फैलाने और कोरोना महामारी संकट के दौर में अशांति फैलाने के आरोप  में अलग अलग शहरों में 101 एफ.आई.आर. दर्ज करायी गयी 


टीवी चैनल संपादक पर धार्मिक उन्माद फैलाने और कोरोना महामारी संकट के दौर में अशांति फैलाने का आरोप है। इसके बाद तो पूरे प्रदेश में एफआईआर दर्ज कराने का सिलसिला चल पड़ा और दोपहर तक राज्य के विभिन्न जिलों में अर्णब गोस्वामी के खिलाफ 101 एफआईआर दर्ज कर ली गई।

पहली एफआईआर—
सिंहदेव और मरकाम ने पुलिस को किए गए शिकायत में कहा है कि मंगलवार को रिपब्लिक टीवी पर उसके एडिटर (संपादक) अर्नब गोस्वामी ने एक डिबेट शो “पूछता भारत” में कहा- एक धर्म विशेष से जुड़े संतों की हत्या कर दी जाती है और सोनिया गांधी चुप क्यों है? बहुत से मीडिया भी चुप हैं।
भारत में 80 प्रतिशत इसी धर्म विशेष के लोग रहते हैं। ऐसे में हत्या के समय इटली वाली सोनिया चुप है, क्या अगर अन्य धर्मगुरूओं की हत्या होती तो सोनिया चुप रहती? अभी देश में हंगामा कर देती, सोनिया गांधी उर्फ अल्थो मनिया चुप है, क्या ऐसे में धर्म विशेष के लोगों को चुप रहना चाहिए? इटली वाली सोनिया गांधी इटली में रिपोर्ट भेजेगी कि देखो मैने महाराष्ट्र में सरकार बनाकर संतों की हत्या करवा दी
एफआईआर में आगे कहा गया है कि अर्नब गोस्वामी ने पूरे देश को धर्म के अधार पर दंगा करने के लिए उकसाया है। इससे पूरे देश में धार्मिक उन्माद पैदा हो गया है। धार्मिक तनाव पैदा हो गया है। जहां एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, वहीं इस तरह से नफरत कर वातावरण बनाया गया। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में तथा पूरे देश में रोष व्याप्त है।
कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ एेसे मानहानि वाले शब्द कहे गए, वह सभी यू-ट्यूब पर भी उपलब्ध है। रिपोर्ट पर पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के खिलाफ आईपीसी 1860 की धारा 153(छ), 295(छ) और 505 (2) के तहत अपराध दर्ज किया है। इन तीनों धाराओं के तहत 3 साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है
दूसरी एफआईआर —
वहीं दूसरी एफआईआर राहुल गांधी के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने को लेकर की गई है। इस एफआईआर में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा है कि रिपब्लिक टीवी पर उसके संपादक अर्नब गोस्वामी ने 16 अप्रैल 2020 को राहुल गांधी द्वारा प्रेस कान्फ्रेंस में कोरोना वायरस रोग के रोकथाम के लिए दिये गये सुझावों को गलत ढंग से पेश कर उनकी तरफ से झूठी खबर अपने चैनल में प्रसारित किया। इसी तरह अर्नब गोस्वामी पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं एवं नेताओं की तरफ से 101 एफ आई आर रायपुर सहित अलग-अलग कई जिलों में दर्ज कराई गई है।
इन 101 एफ आई आरौं में कई धाराएं गैर जमानती है।

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