भवन्स मेहता महाविद्यालय मे उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का हुआ आयोजन
- Posted By: Dinesh Kumar
- उत्तर प्रदेश
- Updated: 25 January, 2025 20:52
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PPN NEWS
रिपोर्ट - दिनेश कुमार (जिला संवाददाता)
भवन्स मेहता महाविद्यालय मे उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का हुआ आयोजन
कौशाम्बी। भवन्स मेहता महाविद्यालय भरवारी में शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर प्रबोध श्रीवास्तव ने किया। इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम बच्चों ने उत्तर प्रदेश के विकास पर अपने विचार प्रस्तुत किया। इसके उपरांत बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया, जिसमें उत्तर प्रदेश की संस्कृति की झलक दिखाई पड़ी। इसके उपरान्त कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर प्रबोध श्रीवास्तव ने अपने वक्तव्य में बताया कि उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस 2025 का विषय "विकास और विरासत: प्रगति के पथ पर उत्तर प्रदेश" है। उन्होंने आगे उत्तर प्रदेश के इतिहास पर बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, जिसे पहले संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाता था, का नाम 24 जनवरी, 1950 को भारत के गवर्नर जनरल द्वारा संयुक्त प्रांत (नाम परिवर्तन) आदेश, 1950 के माध्यम से बदल दिया गया।राज्यपाल राम नाईक के सुझाव के बाद राज्य ने वर्ष 2018 में 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। इसके उपरांत उन्होंने बताया की किस प्रकार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रहा है। इस दौरान उन्होंने प्रयागराज में आयोजित हो रहे महाकुंभ की चर्चा की।इसके उपरांत कार्यक्रम की संयोजिका प्रोफेसर श्वेता ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को यदि आर्थिक रूप से मजबूत बनाना होगा तो आप सभी लोगों को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी पड़ेगी। कार्यक्रम को राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ० धर्मेन्द्र कुमार अग्रहरी ने संबोधित करते हुए कहा कि हर स्वयंसेवक को अपने देश के विकास के लिए संकल्प और प्रतिज्ञा लेनी चाहिए। इस अवसर पर डॉ०राहुल राय द्वारा प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमे शैलेन्द्र कुमार को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। इसके उपरांत राष्ट्रीय मतदाता दिवस के उपलक्ष्य में सभी लोगों को शपथ दिलवाया गया और मानव श्रृंखला बनाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। इस अवसर पर प्रोफेसर विवेक त्रिपाठी, प्रोफेसर सतीश चंद्र तिवारी, डॉ०दीपक, डॉ० संजू , पंकज पाल आदि उपस्थित रहे।
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