योगी सरकार का प्रदेश में है तानाशाह रवैया-संजय सिंह

योगी सरकार का प्रदेश में है तानाशाह रवैया-संजय सिंह

प्रकाश प्रभाव न्यूज़


योगी सरकार का प्रदेश में है तानाशाह रवैया-संजय सिंह 


आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी एवम राज्यसभा सांसद सिंह ने राजधानी लखनऊ में  zoom app के माध्यम से प्रेसवार्ता कर रोजगार, मनरेगा, अपराध, कोरोना की कम टेस्टिंग, भ्रस्टाचार और सीमा पर चीन से विवाद पर योगी सरकार और केंद्र सरकार को जमकर लताड़ा ।

रोजगार के मुद्दे पर संजय सिंह ने योगी सरकार के 1 करोड़ रोजगार सर्जन की पोल खोल खोलते हुए कहा कि यूपी में न तो कोई फैक्ट्री लगाई गई, न कोई इकाई लगाई गई, न नए रोजगार सर्जन किये गए।

 इसके बाबजूद योगी सरकार कह रही है कि 1 करोड़ नए रोजागार दिए जा रहे है।

शिक्षकों की भर्ती में बड़ा घोटाला उजागर हुआ, शिक्षा मित्रों, शिक्षका बहिनों को अपना सर मुंडवाकर विरोध दर्ज कराना पड़ रहा है। तमाम भर्तियों में बेरोजगारों से फॉर्म भरवाने के नाम पर योगी सरकार ने बेरोजगारों से करोड़ों रुपए वसूल लिया, लेकिन परीक्षा के बाद रिजल्ट नहीं आया और कुछ रिजल्ट आये भी वो कोर्ट में लटक गए।

परीक्षाओं के नाम पर योगी सरकार ने बेरोजगारों से धन उगाही का काम किया है। बीटीसी छात्रों,शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों और अन्य बेरोजगारों ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठाई। उन्हें योगी बाबा ने लाठियों से पिटवाकर जेल में डालने का काम किया है।

मनरेगा को निशाने पर लेते हुए सांसद संजय सिंह ने कहा कि मौजूदा वक्त में भाजपाई मनरेगा की बात करते नजर आ रहे है जबकि एक वक्त खुद प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सर्वोच्य सदन में मनरेगा का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि  पिछली सरकार ने देश के लोगों को फावड़ा पकड़वाया है।

 हम हमेशा इसकी याद दिलाते रहेंगे लेकिन आज उसी मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार देने की मिसाल कायम कर रहे है। उन्होंने मनरेगा के तहत 100 दिन गारंटी रोजगार की असलियत बताई कहा कि पार्लियामेंट में सरकार ने मनरेगा में मिलने वाले रोजगार के आंकड़े दिए, वह बेहद चौंकाने वाले है।

आंकड़ो के तहत 2019 में राष्ट्रीय स्तर पर मनरेगा के तहत औसतन मात्र 52 दिन लोगों को काम दिया गया है, वही उत्तर प्रदेश में मात्र 42 दिन ही लोगों को काम मिला है। इस हिसाब से योगी सरकार ने एक परिवार को एक साल में मात्र 8442 रुपया मात्र दिय । 

ये सच्चाई है मनरेगा की और योगी सरकार रोजगार देने के नाम पर यूपी के बेरोजगारों के साथ धोखा, मजाक कर रही है। 

 आप सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश की ध्वस्त कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि योगी सरकार यूपी में कानून बनाये रखने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है।

 उन्नाव में पत्रकार की हत्या कर दी गई, आये दिन छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार हो रहे है,दिन दहाड़े लोगों की हत्याएं हो रही है। कानपुर बाल संरक्षण में 57 मासूम बच्चियों को कोरोना हो गया, 07 बच्चियों गर्भवती हो गई । आखिर कौन है वो दरिंदे जिनकी वजह से 07 बच्चियां गर्भवती हो गई है । 

योगी सरकार ऐसे दरिंदों के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय उन्हें बचाने का काम कर रही है, सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन बेतुकी बयानबाजी कर मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है । लॉक डाउन के दौरान भी प्रदेश में हत्याएं हई है, पूरे-पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया गया। 

ऐसे घटनाये बेहद चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण हैं । योगी सरकार में अपराध काफी बढ़ा है ।

 कोरोना संकट के संबंध में सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में कोरोना की हो रही कम टेस्टिंग को लेकर योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 23 करोड़ आबादी वाले राज्य में मात्र 19387 लोगों की टेस्टिंग हो रही है।

 जबकि दिल्ली में 2.5 करोड़ आबादी वाले राज्य में तेईस हजार लोगों की कोरोना टेस्टिंग हो रही है इतनी बड़ी आबादी वाले राज्य यूपी में न के बराबर कोरोना टेस्टिंग की जा रही है इसीलिये यूपी में कोरोना के कम केस है।

अगर योगी सरकार अधिक से अधिक लोगों की टेस्टिंग करे तो उत्तरप्रदेश में कोरोना पीड़ितों की संख्या सबसे ज्यादा निकल जायेगी । योगी सरकार नो एफआईआर, नो क्राइम और नो कोरोना टेस्टिंग, नो कोरोना के फार्मूले को अपनाये हुए है । 

योगी सरकार को तत्काल कोरोना की जांच बढ़ानी चाहिये । यूपी में भ्रस्टाचार के मुद्दे पर अनामिका शुक्ला का उदाहरण देते योगी सरकार को घेरते हुए संजय सिंह ने कहा कि भ्रस्टाचार के मामलों में योगी सरकार ने कई नए कीर्तमान स्थापित किये है।

सरकार और अधिकारियों की मिलीभगत के चलते  प्रदेश में एक फर्जी शिक्षिका 25 जगह से एक वर्ष के अंदर एक करोड़ रुपया वेतन प्राप्त कर लेती है । 

प्रदेश में कुछ भी बोलना अपराध हो गया है । पूर्व IAS अधिकारी ने सरकार को आइना दिखाया तो सरकार ने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी।

 योगी सरकार प्रदेश में तानाशाह रवैया अपनाये हुए है।

 चीन सीमा पर चल रहे विवाद पर केंद्र सरकार को घरेते हुए उन्होंने कहा कि भारत माता की धरती आज़ाद कराने के लिये हमारे 20 जवानो ने अपनी शहादत दे दी और बेशर्म भाजपा सरकार कह रही है “चीन ने भारत की ज़मीन पर क़ब्ज़ा नही किया” तो सैन्य और राजनयिक स्तर की बातचीत क्यों चल रही थी? 

बड़बोले गृहमंत्री ने तो अक्साई चिन लेने की भी बात की थी।

क्या गलवान घाटी पर भारत ने अपना दावा छोड़ दिया? अगर चीन ने हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा ही नही किया तो चीन वार्ता किस विषय में चल रही है?

अगर क़ब्ज़ा नही तो 2.5 KM चीन पीछे कहाँ से गया? हमारे 20 जवानो ने अपनी धरती आज़ाद कराने के लिये अपने प्राणो का बलिदान दिया।

भाजपा कह रही All is Well.  हमारे 20 जवानों ने अपनी धरती से चिनियों को भगाने के लिये अपने प्राण न्योछावर कर दिये और भाजपा उनकी शहादत का अपमान कर रही है। 

 चीन को सबक सिखाने के लिए केंद्र सरकार को चरणबद्ध तरीके से योजना बनाकर चीनी सामान का बहिष्कार करना चाहिए । मोदी सरकार चीन से हिंदुस्तान में सड़क बनवाती है,

 3 हजार करोड़ रुपये की लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की मूर्ति बनवाती है ,

 प्रतिवर्ष 5000 करोड़ का सामना आयात करती है।

 चीन को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने के लिये चीन से व्यापार  बन्द होना चाहिए। मोदी सरकार ने चीन से करोड़ी रुपये का सामान आयात करके हिंदुस्तान के व्यापार और व्यापारी की पीठ और पेट पर लात मारने का काम किया है । 

उन्होंने कहा कि इस समय पूरा देश चाहत है कि सैनिको की शहादत नही जानी चाहिये । 

मोदी सरकार चीनी सैनिकों को हिंदुस्तान  की जमीन से खदेड़ने का काम करे और चीन को मुंह तोड़ जबाब दें ।

प्रेसवार्ता में प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह, प्रदेश प्रवक्त महेंद्र प्रताप सिंह, छात्रविंग के प्रदेश अध्यक्ष वंशराज दुबे उपस्थित थे ।

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