खंड शिक्षा अधिकारी और उनके गुर्गों ने हड़पी मजदूरों की मजदूरी

खंड शिक्षा अधिकारी और उनके गुर्गों ने हड़पी मजदूरों की मजदूरी

खंड शिक्षा अधिकारी और उनके गुर्गों ने हड़पी मजदूरों की मजदूरी


बछरावां रायबरेली -- एक तो सरकार दिहाड़ी मजदूरों और बीपीएल रेखा से नीचे लोगों के लिए नित नए प्रयास करके उनके जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी तरफ सरकारी कारिन्दो के द्वारा ही मजदूरों की मजदूरी हड़पी जाने का मामला प्रकाश में आया है। मामला खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बछरावां का है। जहां पर खंड शिक्षा अधिकारी पद्म शेखर मौर्य और उनके गुर्गों द्वारा मजदूरों की मजदूरी का लगभग 85,000 रुपया हड़प लिया गया है। जिससे बीआरसी कार्यालय पर काम करने वाले मिस्त्री व मजदूर भुखमरी के कगार पर है। उन्होंने अपनी मजदूरी के लिए बछरावां थाने में लिखित शिकायत पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। लेकिन लचर सरकारी व्यवस्था होने के कारण आज तक मजदूरों की मजदूरी नहीं मिल पाई है। बीआरसी पर काम करने वाले संतोष कुमार पुत्र रामकिशोर निवासी ग्राम राजामऊ विकास क्षेत्र बछरावां जनपद रायबरेली ने लिखित शिकायत पत्र देकर अवगत कराया है कि मैंने 29 जून 2020 से बीआरसी बिशुनपुर में दो माह काम किया। मौके पर काम कराने वाले खंड शिक्षा अधिकारी पद्म शेखर मौर्य, नीलेश श्रीवास्तव बाबू और देशराज लिपिक हैं मैंने इनके कहने पर ही बीआरसी बछरावां में काम किया काम करने के पहले कहा कि काम करते समय ही खर्चा मिलेगा और काम पूरा होने पर पूरा हिसाब हो जाएगा। लेकिन जब हम काम पूरा कर चुके और जब हिसाब के लिए उनके पास गए और उनको बताया कि काम करने के समय 50,000 दिए थे अब  85000 और बाकी है फिर भी काम करने के लगभग चार माह बीतने के बाद भी आज तक उन्होंने मेरा हिसाब नहीं किया। बीआरसी पर काम करने वाले संतोष मिस्त्री, पिंटू मिस्त्री, लेबर श्यामलाल, दीपू, राजेंद्र, प्रदीप, जय बहादुर व मनीष जोकि राजा मऊ ग्राम सभा के ही रहने वाले हैं। जब भी बीआरसी पैसा मांगने के लिए मिस्त्री जाते हैं तब उनको एक हफ्ता रुक जाओ हिसाब हो जाएगा यही कहानी बताई जाती है।

संतोष मिस्त्री ने यह भी बताया कि लेबरों के पैसा मांगने पर मैंने अपनी पत्नी की सोने की झुमकी भी बेचकर दिवाली में सब लेबरों को थोड़ा थोड़ा पैसा दिया। पैसा अभी बीआरसी से ही नहीं मिल पाया तो हम इन लेबरों को पैसा कहां से दे।

लेबर संतोष मिस्त्री का आए दिन पैसे के चक्कर में घर भी कहते हैं अजीब पशोपेश की स्थिति में सरकारी कार्यों के चक्कर में बेचारे गरीब मिस्त्री पिस रहे हैं। वही वर्षों से जमे खंड शिक्षा अधिकारी के यह काले कारनामे गरीबों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। कमीशन बाजी के चक्कर में मुंह में लगा खून गरीबों का भी निवाला छीने जा रहा है। मजदूर की दिहाड़ी हड़पने के बारे में संवाददाता ने जब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रायबरेली के मोबाइल नंबर 9453004175 पर जब बात करना चाहा तो उनका फोन नहीं उठा।

उसके बाद संवाददाता ने खंड शिक्षा अधिकारी के मोबाइल नंबर 7905234656 पर बात की तो उन्होंने बताया कि इन मिस्त्रियो द्वारा बीआरसी पर काम किया गया है। भुगतान के बारे में घन मीटर के हिसाब से नाप कराकर भुगतान कराया जाएगा।

वही मजदूरों व राजमिस्त्रियों का कहना है कि हमने प्रतिदिन की मजदूरी के हिसाब से काम किया था ठेकेदारी प्रथा में काम नहीं किया है।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *