अयोध्या से वाराणसी, उन्नाव, लखनऊ, गाजीपुर और चंदौली में प्राकृतिक आकर्षणों को देखने का अवसर
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- उत्तर प्रदेश
- Updated: 16 October, 2025 15:33
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PPN NEWS
लखनऊ/अयोध्या । अयोध्या के विश्वप्रसिद्ध दीपोत्सव में देश–दुनिया से आने वाले पर्यटकों को राज्य के प्राकृतिक स्थलों का भ्रमण कराने की तैयारी है। पर्यटक अयोध्या के साथ ही लखनऊ, उन्नाव, वाराणसी, चंदौली और गाजीपुर के प्राकृतिक आकर्षणों का आनंद ले सकेंगे। डेस्टिनेशन के अनुसार पांच अलग–अलग आइटिनरी तैयार की गई हैं, जिनमें से पर्यटक अपनी सुविधा के अनुसार चयन कर सकते हैं।
अयोध्या से लखनऊ
ईको टूरिज्म विकास बोर्ड ने पहली बार दीपोत्सव में आने वाले श्रद्धालुओं पर केंद्रित आइटिनरी तैयार की है।
पहली आइटिनरी दो दिन और एक रात की है, जिसमें पहले दिन अयोध्या भ्रमण और दूसरे दिन गोंडा स्थित पार्वती अर्गा बर्ड सेंचुरी को शामिल किया गया है।
दूसरी आइटिनरी तीन दिन और दो रात की है, जिसमें पहले दिन लखनऊ भ्रमण, दूसरे दिन अयोध्या भ्रमण और तीसरे दिन लखनऊ में कुकरैल रिजर्व फॉरेस्ट आदि स्थलों का भ्रमण शामिल है।
तीसरी आइटिनरी चार दिन और तीन रात की है, जिसमें रामसर साइट नवाबगंज पक्षी विहार, उन्नाव को जोड़ा गया है।
अयोध्या से वाराणसी
चौथी आइटिनरी अयोध्या–वाराणसी–गाजीपुर को जोड़ते हुए तीन दिन और दो रात की तैयार की गई है। इसमें अयोध्या और काशी के प्रसिद्ध स्थलों के साथ-साथ सारनाथ स्थित कछुआ प्रजनन एवं पुनर्वास केंद्र, गंगा दर्पण म्यूजियम तथा गाजीपुर जनपद के सैदपुर क्षेत्र में गंगा नदी में डॉल्फिन दर्शन को शामिल किया गया है।
पांचवीं आइटिनरी में अयोध्या, वाराणसी, गाजीपुर के साथ-साथ चंदौली जनपद को भी जोड़ा गया है। यह आइटिनरी पांच दिन और चार रात की है। चौथे दिन चंदौली जिले के राजदरी एवं देवदरी जलप्रपात का भ्रमण कराया जाएगा।
वेबसाइट और सोशल प्लेटफार्म पर उपलब्ध है
उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड का उद्देश्य है कि दीपोत्सव में देश–दुनिया से आने वाले श्रद्धालु राज्य के प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करें, जिससे स्थानीय समुदायों की आय में वृद्धि हो।
इन आइटिनरी में उन्हीं स्थलों को शामिल किया गया है जहाँ से पर्यटक अयोध्या भ्रमण के साथ आसानी से यात्रा कर सकें।
ये सभी आइटिनरी ईको टूरिज्म विकास बोर्ड की वेबसाइट www.upecoboard.up.gov.in तथा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध हैं।
गंगा दर्पण म्यूजियम
सारनाथ के प्रमुख पर्यटन आकर्षणों में गंगा दर्पण म्यूजियम का महत्वपूर्ण स्थान है। यह नमामि गंगे योजना के अंतर्गत वित्तपोषित है और इसका प्रबंधन वाइल्डलाइफ इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया जाता है।
राज्य के प्राकृतिक आकर्षणों का आनंद ले सकेंगे पर्यटक: जयवीर
राज्य के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि “उत्तर प्रदेश धार्मिक, आध्यात्मिक और ईको टूरिज्म का संगम है। यहां की संस्कृति में प्राकृतिक संपदाओं के प्रति अपार आस्था है। उत्तर प्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड का यह प्रयास सराहनीय है, जिससे देश–दुनिया से आने वाले श्रद्धालु धर्म–अध्यात्म के साथ-साथ प्राकृतिक पर्यटन का भी आनंद ले सकेंगे।”
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