परिषदीय बालिकाओं को 'सेनेटरी पैड' उपलब्ध कराएगी योगी सरकार

परिषदीय बालिकाओं को 'सेनेटरी पैड' उपलब्ध कराएगी योगी सरकार

PPN NEWS

Report - Abhi Thakur



- पीएमश्री योजना  आच्छादित उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों की बालिकाओं में वितरित होगा 'सेनेटरी पैड' (sanitary

   pads in school)
- प्रदेश की 36,772 बालिकाओं में किया जाएगा वितरण
- 110.316 लाख रुपये की धनराशि 535 विद्यालयों के लिए हुई जारी

लखनऊ, 27 सितम्बर। योगी सरकार द्वारा बालिकाओं की शिक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसी क्रम में योगी सरकार ने अब विद्यालयों में बालिकाओं की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सेनेटरी पैड उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। प्रदेश के 535 विद्यालयों में अध्ययनरत कुल 36,772 छात्राओं के लिए 110.316 लाख रुपये की धनराशि जारी की गई है। यह धनराशि संबंधित विद्यालय प्रबंधन समितियों द्वारा खर्च की जाएगी।


वर्ष 2024-25 में चयनित पीएमश्री योजना से आच्छादित लगभग 535 उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। ये सभी छात्राएं कक्षा 6 से 8 में अध्ययनरत हैं। बता दें कि इन विद्यालयों में पढ़ाई करने वाली अधिकांश छात्राएं ग्रामीण अंचलों से हैं और उन्हें सेनेटरी पैड और उसके उपयोग के बारे में कम जानकारी है। योगी सरकार का यह कदम बालिकाओं की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए एक ठोस पहल मानी जा रही है।


पारदर्शिता का है पूरा ध्यान

योगी सरकार ने बजट के दुरुपयोग को रोकने के लिए कई अच्छे प्रबंध किए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह के निर्देश पर सेनेटरी पैड की खरीद में पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित की गई है। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी और जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।


बजट प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर वितरित होंगे सेनेटरी पैड

निर्देश के अनुसार, बजट प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर ही सेनेटरी पैड को संबंधित विद्यालय समितियों को वितरित कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, ब्लॉक स्तर पर प्रधानाध्यापकों की बैठक आयोजित कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।


गठित समिति करेगी सेनेटरी पैड की खरीद और वितरण

सेनेटरी पैड की खरीद और वितरण के लिए विद्यालय स्तर पर एक समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक, महिला शिक्षिका, आईसीडीएस सुपरवाइजर और एक एएनएम सदस्य के रूप में शामिल होंगी।


नियमित उपस्थिति और शिक्षा में सुधार करना है उद्देश्य

यह योजना न केवल बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने का एक माध्यम है, बल्कि उनके स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे कक्षा 6 से 8 की छात्राओं की नियमित उपस्थिति और उनकी शिक्षा में सुधार होने की उम्मीद है।


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