शाम होते ही हाइवे किनारे ढाबों पर छलकने लगते हैं जाम
- Posted By: Admin
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- Updated: 22 February, 2022 19:22
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प्रकाश प्रभाव न्यूज़(PPN)
उदयवीर सिंह शाहजहांपुर
शाम होते ही हाइवे किनारे ढाबों पर छलकने लगते हैं जाम
विभागीय अधिकारी बने अंजान
शाहजहांपुर। जनपद के राष्ट्रीय राजमार्गों पर संचालित ढाबों पर शाम होते खुलेआम छलकने लगते हैं जाम। ढाबा संचालकों को पुलिस प्रशासन का तनिक भी भय नहीं रहता। सूत्रों की माने ढाबा संचालकों द्वारा शाम होते ही ग्राहकों को शराब पिलाना शुरू कर दिया जाता है।जिसकी जानकारी प्रशासन तक होने के बावजूद प्रशासन अनजान बना रहता है। यही नहीं हाइवे पर बनें होटल, ढाबे तथा रेस्टोरेंट बिना लाइसेंस के ही शाम होते ही मयखानों में तब्दील हो जाते है। शाम ढलते ही ढाबों व होटलों में जाम छलकने लगते है।और यह सिलसिला देर रात तक चलता रहता है। ऐसा नहीं है कि शासन व प्रशासन को होटल,रेस्टोरेंट व ढाबों में चल रहे मुनाफे के इस खेल की जानकारी ना हो, इसके बावजूद इन ढाबा व होटल मालिकों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की जाती है।
नियमों को ताक पर रखकर बिना लाइसेंस के ही ग्राहकों को शराब पिलाना होटल व ढाबा मालिकों की फितरत बन चुका है। अपने प्रतिष्ठानों पर ग्राहकों की रौनक बढ़ाने के लिए खुलेआम मदिरापान करवाया जाता है। नियमों का ठेंगा दिखाकर सरेआम रेस्टोरेंट व ढाबों पर बार खुले हुए है। होटल व ढाबा मालिकों ने अपनी आमदनी तो कई गुना करते हुए सरकार को लाखों रुपये क चूना लगा रहे है। आसपास के लोगों की मानें तो ढाबो व होटलों पर बैठकर लोग शराब पीते है। इन ढाबा व होटल मालिकों के पास बार लाइसेंस तक नहीं होता। बिना लाइसेंस के ही सब काम चल रहा है। नियमों की अवहेलना हो रही है और प्रशासनिक अधिकारी सुस्त है। इनकी तरफ किसी भी अधिकारी का ध्यान नहीं है। शायद इन ढाबा या होटल मालिकों के खिलाफ कभी किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होती है, जिसके कारण इनका मनोबल बढ़ा हुआ है। ढाबा मालिकों द्वारा अवैध तरीके से शराब पिलाने का धंधा शाम ढलते ही शुरू हो जाता है। लजीज व्यंजनों के साथ ग्राहक शराब पीने के लिए ढाबों में मजमा लगाकर बैठ जाते हैं। और देर रात तक बैठे रहते है। यदि प्रशासनिक अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लें और रात के अंधेरे में इन होटलों ,ढाबों या रेस्टोरेंटों पर छापेमारी करें तो और स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। यही नहीं आऐ दिन इन्हीं ढाबों तथा होटलों के कारण जनपद में क्राइम का ग्राफ भी बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।अपराधियों ने इन्हीं ढाबो व होटलों को अपना बसेरा बनाकर रखा हुआ है। इसके साथ ही नागरिकों द्वारा शराब पीने के कारण रात में सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि होती है।
आखिर विभागीय अधिकारी अवैध रूप से चल रहे ढाबा व होटलों पर कार्यवाही करने को क्यों तैयार नहीं।
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