सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का खाद्य आपूर्ति कर रहा काम

सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का खाद्य आपूर्ति कर रहा काम

PRAKASH PRABHAW NEWS

सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का खाद्य आपूर्ति कर रहा काम


देश में किसी को भूखा नहीं रहने देंगे!!

लाक डाउन के पहले दिन ही सरकार ने यह ऐलान किया था। लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग की मिलीभगत से कोटेदारों की मनमानी और इनका भ्रष्टाचार अपने चरम सीमा पर है। पूरे उत्तर प्रदेश के हर जनपद से लगभग हर ब्लॉक से कोटेदारों के खिलाफ तमाम मामले आ रहे हैं लेकिन खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी कानों में तेल डालकर केवल अपनी जेब गर्म करने के लिए बैठे नजर आ रहे हैं।

इन अधिकारियों के क्रियाकलापों से ऐसा लगता है कि यह सभी सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने के लिए पूर्णतया वचनबद्ध हैं।कुछ ऐसा ही मामला आज फिर जनपद आजमगढ़ के अतरौलिया क्षेत्र का आया है जहां कोटेदारों के खिलाफ ग्रामीणों ने फिर उठाई आवाज है, पूरा मामला जनपद आजमगढ़ के अतरौलिया ब्लॉक के ध्यानी पुर गांव का जहां ग्रामीणों ने गाँव के कोटेदार के खिलाफ आवाज उठाई है और जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया है।

आपको बता दें कि ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार द्वारा प्रत्येक कार्ड धारक से 3 से 4 किलो की कटौती की जा रही है, साथ ही अन्य गुणकारी खाद्यान्न की भी कटौती की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि सप्लाई स्पेक्टर की मिलीभगत से कोटेदार मनमाने ढंग से कोटा चला रहे हैं।  ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी कोटेदार पर कोई कार्रवाई नहीं होती है!

इतना ही नहीं कोटेदार से जब ग्रामीण सवाल करते हैं कि राशन में कटौती क्यों हो रही है ? तो कोटेदार धमकी भरे स्वर में कहते हैं कि जिसको जो करना है जाकर करें। जब हमें राशन कम ही मिल रहा तो हम पूरा वितरण कैसे करें। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कोटेदार को गांव वालों को वितरित करने के लिए विभाग द्वारा राशन नहीं मिल रहा या फिर कोटेदार भ्रष्टाचार में लिप्त है।

 अब देखने वाली बात यह होगी कि संबंधित अधिकारी इस मामले में जांच कर क्या ग्रामीणों को इस समस्या से निजाद दिलाते हैं या नहीं

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *