जिला अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावलखेड़ा का किया औचक निरीक्षण

जिला अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावलखेड़ा का किया औचक निरीक्षण

प्रकाश प्रभाव न्यूज़(PPN)

उदयवीर सिंह शाहजहांपुर

जिला अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावलखेड़ा का किया औचक निरीक्षण


शाहजहाँपुर। जिलाधिकारी ने  सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भावलखेड़ा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने कार्मिकों का उपस्थिति रजिस्टर देखा जिसमें कई कर्मचारियों के उपस्थिति हस्ताक्षर नही थे जिसे देख कर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र में उपस्थित हाने के बाद सबसे पहले उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर होना चाहिए। उपस्थिति पंजिका के अनुसार कु0 रश्मि प्रांजिल पी0एम0ई0, शैलेन्द्र कुमार, बी0सी0ए0, डा0 मो0 यूसुफ खाँ एवं डा0 जीवन ज्योति बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये। मुख्य चिकित्साधिकारी शाहजहाँपुर को निर्देशित किया गया कि वह उक्त कर्मियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी संस्तुति सहित आख्या 03 दिन में प्रस्तुत करें। प्रभारी चिकित्साधिकारी से जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनान नियमित व संविदा कर्मचारियों की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होने किशोर/किशोरी मैगा क्लीनिक, ए0आर0वी0 इंजेक्शन कक्ष, डिस्पेंसरी कक्ष सहित भावलखेड़ा स्वास्थ्य केन्द्र के सभी कक्षो को देखा। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत किशोर/किशोरी मेगाक्लीनक के बारे में जानकारी प्राप्त की, जिसके तहत बताया गया कि इस कार्यक्रम के अन्तर्गत 10-19 वर्ष के किशोर/किशोरियों के लिये पोषण, योन शिक्षा, नशा वृत्ति, मानसिक स्वास्थ्य व गैर संचारी रोग जैसे विषयो पर जागरूक कर किशोरो में इनके प्रति कमी लाना है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि उक्त स्वास्थ्य कार्यक्रम का जिला सूचना कार्यालय से समन्यवय बनाकर बड़े स्तर पर प्रचार प्रसार कराया जाये, तत्पश्चात जिलाधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्थापित एण्टी रेबिज वैक्सीनेशन कक्ष का निरीक्षण किया तथा वैक्सीन लगवाने वाले मरीजो की जानकारी ली तथा निर्देशित किया कि कोई भी आने बाला व्यक्ति बिना वैक्सीन के न लौटे तथा वैक्सीन की कमी न होने पाये। इसी क्रम औषधि भण्डार गृह का निरीक्षण कर स्टॉक पंजिका मे दर्ज प्रविष्टियों को देखा जिसके पृष्ठों को प्रमाणित नही करवाया गया था न औषधियों की दैनिक निकासी का सत्यापन कराया गया था जिलाधिकारी ने इस स्थिति को अत्यानत आपत्तिजनक माना तथा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि वह सम्बन्धित से इस हेतु स्पष्टिकरण प्राप्त कर उन्हे अवगत कराये तथा दैनिक औषधियों की आवक व निकासी का प्रत्येक दिन सत्यापन हो के कड़ाई से निर्देश दिये तथा उन्होने जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो के प्रभारी चिकित्साधिकारियों को भी यह निर्देश दिया कि वह औषधियों की आवक व निकासी का दैनिक सत्यापन करायें नही तो सम्बन्धित फार्मासिस्ट एवं प्रभारी चिकित्साधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होने स्वास्थ्य केन्द्र के साफ-सफाई एवं पार्किगं व्यवस्था को भी व्यवस्थित करने के निर्देश दिये। 


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