जब गाड़ी रुकवाकर मुलायम सिंह यादव ने किया था अपने गुरु को चरण स्पर्श

जब गाड़ी रुकवाकर मुलायम सिंह यादव ने किया था अपने गुरु को चरण स्पर्श

जब गाड़ी रुकवाकर मुलायम सिंह यादव ने किया था अपने गुरु को चरण स्पर्श

प्रकाश प्रभाव न्यूज़(PPN)

उदयवीर सिंह शाहजहांपुर

कवयित्री दीप्ति सक्सेना के नाना भूप किशोर सक्सेना ने दी थी मुलायम सिंह को शिक्षा 


शाहजहांपुर। मुलायम सिंह को जसवंत नगर के जूनियर स्कूल में बरेली की युवा शिक्षक कवयित्री दीप्ति सक्सेना के नाना स्व .भूप किशोर सक्सेना ने पढ़ाया था दीप्ति सक्सेना ने बताया कि मेरे नाना ने उन्हें जसवंतनगर में जूनियर कक्षा में पढ़ाया था।

मेरे नाना उनके प्रिय शिक्षक भी थे। मेरे मामा का घर इटावा में मुलायम सिंह की कोठी से मात्र 50 मीटर की दूरी पर है। 

बात सन 1992 की है जब मेरे नाना इटावा में मामा के पास रहते थे। उस समय मुलायम सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके थे।एक बार मेरे नाना मेरे ममेरे भाई आशुतोष सक्सेना के साथ सब्जी लेने हेतु गए थे।

जब रामनगर फाटक बंद था ,तब नाना मेरे ममेरे भाई के साथ खड़े थे। मुलायम सिंह की गाड़ी फाटक पर रुकी। उन्होंने अंदर से नाना को पहचान लिया। गाड़ी खुलते ही ब्लैक कमांडोज़ ने उनको घेर लिया ।

जिससे नाना डर गए। मन में सोचा उन्होंने कोई अपराध नहीं किया तो कोई क्यों गिरफ्तार करेगा? या कोई अपहरण कर रहा है। तभी मुलायम सिंह ने स्वयं अपना परिचय देकर चरण स्पर्श किया।

हालचाल पूछने के पश्चात उन्हें घर छोड़ने का आग्रह किया परंतु मेरे स्वाभिमानी नाना ने उनके आग्रह को अस्वीकार कर दिया।

 इस पर मुलायम सिंह ने मुस्कुराते हुए उनके पुनः चरण स्पर्श किए और अपनी गाड़ी में बैठकर चले गए। 

प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री होने के बावजूद एक साधारण से शिक्षक का सार्वजनिक रूप से सम्मान कर अपने विशाल हृदय संस्कार और गुरु के पद की प्रतिष्ठा का मान रखने एक बहुत बड़ा उदाहरण पेश किया।

ये उनके चरित्र की उच्चता का द्योतक है।

आज जहाँ पग-पग पर प्राथमिक विद्यालय का शिक्षक समाज में अपमान की नंगी तलवार का सामना कर रहा है।

मुलायम सिंह यादव का यह आचरण एक मिसाल है।


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