काशी में बुधवार को जगमगाएंगे घाट: देवदीपावली पर लेजर शो, ग्रीन आतिशबाजी और गंगा आरती की होगी भव्य प्रस्तुति
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- Updated: 4 November, 2025 18:56
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नमो, दशाश्वमेध, शीतला और अस्सी घाट पर होगी विशेष गंगा आरती, चेत सिंह घाट पर तीन लेजर और प्रोजेक्शन शो का आयोजन
ललिता घाट के सामने रेती पर ग्रीन आतिशबाजी होगी आकर्षण का केंद्र, शाम 08.00 से 8.15 बजे से होगा आतिशबाजी का प्रदर्शन
ललिता घाट के सामने रेती पर ग्रीन आतिशबाजी होगी आकर्षण का केंद्र, शाम 08.00 से 8.15 बजे से होगा आतिशबाजी का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के विज़न पर सजेगी ‘दिव्य और हरित काशी’, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह बोले- देवदीपावली भक्ति, संस्कृति और पर्यावरण चेतना का प्रतीक
लखनऊ वाराणसी। आस्था और अद्भुत दृश्य का संगम बुधवार को काशी में एक बार फिर देखने को मिलेगा। देवों की दीवाली यानी देवदीपावली के अवसर पर बुधवार, 5 नवंबर को पूरे वाराणसी के घाट दीपों की पंक्तियों से जगमगा उठेंगे। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी घाटों पर दीप प्रज्जवलन से शाम 5.15 से 5.50 बजे तक होगा। इसके बाद प्रमुख घाटों- नमो घाट, दशाश्वमेध घाट, शीतला घाट और अस्सी घाट पर विशेष गंगा आरती शाम 6.00 से 6.50 बजे तक संपन्न होगी। आरती के दौरान पूरे घाट क्षेत्र में मंत्रोच्चारण, घंटों की गूंज और दीपों की झिलमिलाहट से एक दिव्य वातावरण बनेगा। चेत सिंह घाट पर दर्शकों के लिए तीन चरणों में प्रोजेक्शन एवं लेजर शो प्रस्तुत किए जाएंगे। पहला शो शाम 6.15 से 6.45 बजे, दूसरा 7.15 से 7.45 बजे और तीसरा शो 8.15 से 8.45 बजे तक चलेगा। यह शो काशी की पौराणिकता, अध्यात्म और संस्कृति को प्रकाश, ध्वनि और 3डी प्रभावों के माध्यम से जीवंत रूप में प्रदर्शित करेगा। यह जानकारी पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी
ग्रीन आतिशबाजी होगी आकर्षण का प्रमुख केंद्र
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि, ललिता घाट के सामने रेती पर शाम 8.00 से 8.15 तक होने वाली ग्रीन आतिशबाजी इस वर्ष का प्रमुख आकर्षण रहेगी। पर्यावरण के अनुकूल इस आतिशबाजी में हानिकारक रसायनों का प्रयोग नहीं होगा, जिससे प्रदूषण न के बराबर रहेगा। गंगा तट पर हरियाली, स्वच्छता और ‘हरित काशी’ का संदेश देते रंगों की बरसात इस कार्यक्रम को खास बनाएगी। पूरे आयोजन को लेकर सुरक्षा, सफाई और यातायात की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। घाटों और गलियों को सजाने के लिए पर्यटन विभाग ने नगर निगम से समन्यवय स्थापित कर आकर्षक रोशनी की व्यवस्था की है।
इस तरह ग्रीन आतिशबाजी का यह क्रम न केवल मनोरंजन का माध्यम बनेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ काशी के संदेश को भी प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करेगा। गंगा तटों पर इस दौरान हजारों दीपों की रोशनी और आसमान में रंग-बिरंगी आतिशबाजी का संगम एक अलौकिक दृश्य रचेगा। शहर में सुरक्षा और यातायात की विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। काशी में देवदीपावली का यह आयोजन हर साल की तरह इस बार भी भक्ति, संस्कृति और पर्यावरणीय जागरूकता का संदेश देने वाला रहेगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, “देवदीपावली काशी की आत्मा और आस्था का उत्सव है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में आज काशी अपने सांस्कृतिक और आध्यात्मिक वैभव के साथ पर्यावरणीय जिम्मेदारी का भी उदाहरण बन रही है। इस वर्ष देवदीपावली में ग्रीन आतिशबाजी, लेजर शो और दीप प्रज्जवलन के माध्यम से हम पारंपरिक आस्था को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ रहे हैं। हमारा लक्ष्य है कि श्रद्धालु इस पावन पर्व पर न केवल दिव्यता का अनुभव करें, बल्कि ‘स्वच्छ, हरित और विश्व स्तर की काशी’ के संदेश को भी महसूस करें। प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की दृष्टि यही है कि काशी सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि वैश्विक पर्यटन और संस्कृति का केंद्र बने और यह देवदीपावली उसी दिशा में एक प्रेरक कदम है।
इस बार की देव दीपावली 2025 होगी खास
o दशाश्वमेध और राजघाट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की विशेष झलक
o घाटों पर नारी सशक्तिकरण थीम के तहत विशेष सजावट
o भगवान बुद्ध पर बूंदी परकोटा, जैन घाट पर “अहिंसा परमो धर्मः”, और गुरु नानक देव जी के प्रकाश उत्सव थीम पर सजावट
o इन थीमों में श्रेष्ठ सजावट हेतु प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिए जाएंगे
o 88 घाटों पर दीप प्रज्ज्वलन — 83 समितियाँ भाग लेंगी
o गंगा पार रेत पर भी दीप प्रज्वलन होगा
o काशी के 97 प्रमुख कुण्डों पर 2 लाख दीप जलाए जाएंगे
o तीन चरणों में प्रोजेक्शन एवं लेजर शो का आयोजन
o ‘हेरिटेज स्टोरी टेलिंग’ सत्र का आयोजन
o ग्रीन आतिशबाजी का भव्य आयोजन
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