कैब चालक योगेश पाल हत्याकांड में बड़ी सफलता, एक लाख का इनामी दूसरा मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर
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- Updated: 13 October, 2025 07:10
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कैब चालक योगेश पाल हत्याकांड में बड़ी सफलता, एक लाख का इनामी दूसरा मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर
लखनऊ पुलिस को बड़ी कामयाबी: दो कैब चालकों की हत्या और लूट में शामिल दूसरा मुख्य आरोपी गुरुसेवक मुठभेड़ में मारा गया, पहला आरोपी पहले ही गिरफ्तार।
मोहान रोड पर हुई मुठभेड़ में इनामी बदमाश ढेर, दोनों हत्याओं में लूटी गई कारें बरामद।
पारा लखनऊ। राजधानी लखनऊ और सीतापुर में सनसनी फैलाने वाले ओला कैब चालक योगेश कुमार पाल हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में लखनऊ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में पुलिस ने पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद रविवार की रात मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी दूसरा मुख्य आरोपी मारा गया। इस शातिर अपराधी पर योगेश पाल समेत शाहजहांपुर में एक अन्य कैब चालक की हत्या और लूट का भी आरोप था।
ओला कैब चालक की निर्मम हत्या
पारा क्षेत्र के बुद्धेश्वर बादलखेड़ा निवासी 27 वर्षीय कार मालिक योगेश कुमार पाल बीते 29 सितंबर की शाम ओला बुकिंग पर सीतापुर के लिए कार लेकर निकले थे। रात तक घर न लौटने पर अगले दिन उनके ससुर बद्री ने पारा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। मंगलवार देर रात सीतापुर के पिसवा थाना क्षेत्र में झाड़ियों से एक अज्ञात शव बरामद हुआ, जिसकी पहचान बृहस्पतिवार सुबह योगेश पाल के रूप में हुई। पश्चिमी डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक के दोनों हाथ पीछे बंधे थे और मुँह पर टेप चिपका था। साफ था कि बदमाशों ने लूटपाट के इरादे से योगेश के साथ मारपीट कर उनकी हत्या की और शव झाड़ियों में फेंक दिया था।
पहला आरोपी मुठभेड़ में हुआ था घायल
मामले की जांच के दौरान, शुक्रवार को पारा पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम की एक मुठभेड़ आगरा एक्सप्रेसवे के पास हुई थी। पुलिस ने लूटी गई अर्टिगा कार बेचने की फिराक में घूम रहे एक बदमाश को गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया था। घायल बदमाश की पहचान हरदोई निवासी अजय सिंह के रूप में हुई थी, जिसके खिलाफ पहले से ही आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे। इस कार्रवाई के दौरान योगेश पाल की लूटी गई अर्टिगा कार बरामद कर ली गई थी, लेकिन अजय सिंह का एक साथी फरार हो गया था।
इनामी दूसरा मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर
पुलिस ने फरार दूसरे मुख्य आरोपी की तलाश तेज कर दी थी। पुलिस को सूचना मिली कि योगेश पाल की हत्या में शामिल यह बदमाश (जिसने शाहजहांपुर के पुवायां में भी अपने साथी के साथ मिलकर अवनीश दीक्षित नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर कार लूटी थी) लूटी हुई कार बेचने की फिराक में मोहान रोड होकर आउटर रिंग रोड से बाहर निकलने वाला है।
रविवार, 12 अक्टूबर की रात, इस सूचना पर पारा पुलिस और क्राइम ब्रांच की दो संयुक्त टीमों ने जीरो प्वाइंट के पास और आउटर रिंग रोड कट पर चेकिंग शुरू कर दी। एक वाहन के पास आते ही, मुखबिर के इशारे पर उसे रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी न रोककर तेजी से आगरा एक्सप्रेसवे के सर्विस लेन पर भगाना शुरू कर दिया। पुलिस ने पीछा किया, और सामने से दूसरी टीम को देखकर जब गाड़ी को बैक करने का प्रयास किया गया तो वह नाली में फंस गई।
गाड़ी से उतरकर दोनों व्यक्तियों ने पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश गोली लगने से मौके पर ही ढेर हो गया। मारा गया बदमाश गुरुसेवक पुत्र बलिंद्र निवासी पटाई, पुवायां, शाहजहांपुर था, जिस पर लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। हालांकि, उसका दूसरा साथी फायरिंग करते हुए अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया।
पुलिस ने मारे गए बदमाश गुरुसेवक के पास से एक .38 बोर की रिवॉल्वर, एक पिस्टल, कारतूस, और पुवायां, शाहजहांपुर से हत्या के बाद लूटी गई चार पहिया वाहन भी बरामद किया है। गुरुसेवक के खिलाफ अपहरण, हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, चोरी और आर्मस एक्ट सहित आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। पुलिस फरार बदमाश की तलाश में जुटी हुई है और मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
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