अस्तित्व बचाव आंदोलन में जुटे 81 गांवों के किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ एक बार फिर हल्ला बोला
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- Updated: 23 September, 2021 16:26
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PPN NEWS
अस्तित्व बचाव आंदोलन में जुटे 81 गांवों के किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ एक बार फिर हल्ला बोला
, किसानों ने एकजुट होकर अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया
भारतीय किसान परिषद के बैनर तले चल रहे किसान अस्तित्व बचाव आंदोलन जुटे 81 गांवों के किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ एक बार फिर हल्ला बोल दिया। सैकड़ों की संख्या में किसानों ने एकजुट होकर
अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान किसानों ने पुलिस से धक्कामुक्की के बाद बैरिकेडिंग तोड़कर उद्योग मार्ग पहुंचे। कई कोशिश के बाद दूसरी बैरिकेडिंग नहीं तोड़ पाने पर किसानों ने वहीं दंड-बैठक लगानी शुरू कर दी। किसानों का कहना है कि जब तक नोएडा प्राधिकरण उनकी मांग को पूरा नहीं करेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
हरौला के बरातघर में किसानों ने अधिकारियों की शुद्धि बुद्धि के लिए हवन किया। फिर किसानों की महापंचायत हुई। जिसमें युवाओं के अर्धनग्न होकर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। इस बीच एसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी रजनीश कुमार वर्मा ने किसानों से वार्ता कर प्रदर्शन नहीं करने की अपील की। प्राधिकरण के ओएसडी अविनाश त्रिपाठी और तहसीलदार धर्मेंद्र कुमार को धरनास्थल पर बुलाया। मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी व किसानों के बीच हुई बातचीत एक बार फिर विफल हो गई। प्राधिकरण के अधिकारी सभी मांगों पर सहमत नहीं हो सके।
इसके बाद युवा किसानों ने अर्धनग्न प्रदर्शन शुरू कर दिया। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने हरौला बरातघर के सामने और उद्योग मार्ग पर बैरिकेडिंग की थी। किसानों ने पहली बैरिकेडिंग तोड़ दी। मौके पर पुलिस अधिकारियों और किसानों के बीच जमकर धक्कामुक्की हुई। बैरिकेडिंग तोड़े जाने के दौरान कई महिला पुलिसकर्मियों के पैर और हाथ में चोट आई। किसान प्राधिकरण के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उद्योग मार्ग पहुंचे। उन्होंने कई बार बैरिकेडिंग हटाने का प्रयास किया। लेकिन सफल नहीं हुए। किसानों ने वहीं दंड-बैठक लगानी शुरू कर दी। करीब एक घंटे चले प्रदर्शन के बाद किसान धरनास्थल पर लौट आए।
किसान नेता सुखबीर पहलवान का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण ने किसानों के हितों को दबाने की कोशिश की है। कोई भी किसान इसको बर्दाश्त नहीं करेगा। नोएडा प्राधिकरण उनकी मांग को पूरा नहीं करेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसान बृहस्पतिवार को धरनास्थल पर पंचायत कर शुक्रवार को होने वाली प्राधिकरण की बोर्ड बैठक के लिए अपनी रणनीति तैयार करेंगे।
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