प्रदेश में ऐसा वातावरण बनायेंगे जहां हमारी बहन बेटियाँ खुलकर साँस ले सकें- स्वाति सिंह

प्रदेश में ऐसा वातावरण बनायेंगे जहां हमारी बहन बेटियाँ खुलकर साँस ले सकें- स्वाति सिंह

Prakash Prabhaw 

“मिशन शक्ति’’ सिर्फ एक अभियान नहीं है बल्कि प्रदेश में रहने वाले प्रत्येक वासी की ‘सोच में बदलाव का मिशन’ है

प्रदेश में ऐसा वातावरण बनायेंगे जहां हमारी बहन बेटियाँ खुलकर साँस ले सकें

मिशन के माध्यम से महिलाओं तथा बालिकाओं को स्वावलम्बी बनाने तथा अपराध के मुद्दों सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में किया जा रहा है जागरुक

महिलाओं तथा बालिकाओं में आत्म सुरक्षा की कला विकसित करने तथा हिंसा या अपराध करने वालों की पहचान उजागर करने हेतु संपूर्ण प्रदेश एकजुट होकर करेगा प्रयास

प्रदेश में संचालित 181 महिला हेल्पलाइन,1098 चाइल्डलाइन, 1090 वूमेन पॉवरलाइन तथा 112 पुलिस सहायता या प्रदेश के सभी जनपदों में संचालित ’वन स्टॉप केन्द्रों’ से संपर्क करें

लखनऊ: दिनांक 19.10.2020

प्रदेश की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  स्वाती सिंह ने प्रदेश के सभी महिलाओं एवं बच्चों को आश्वस्त किया है कि वह उनके हर कदम के साथ खड़ी हैं। इसके साथ ही उनके रूकावटों को दूर करने के लिए कटिबद्ध हैं। उन्होंने मिशन शक्ति के तहत आह्वान किया है कि आप स्वयं या आपके संपर्क में आने वाली महिलाओं तथा बच्चों के प्रति ‘हिंसा को सहे नहीं, हमें बतायें’। प्रदेश में संचालित 181 महिला हेल्पलाइन,1098 चाइल्डलाइन, 1090 वूमेन पॉवरलाइन तथा 112 पुलिस सहायता से संपर्क करें या प्रदेश के सभी जनपदों में संचालित ’वन स्टॉप केन्द्रों’ से संपर्क करें।

उन्होंने आज यहां जारी अपने अपील में कहा है कि पिछले कुछ समय से प्रदेश में महिलाओं तथा बच्चों के साथ हिंसा तथा अपराध की ऐसी घटनायें सामने आयी हैं जिन्होंने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। ऐसी घटनायें हदय विद्यारक हैं तथा इनसे बहुत दुःख पहुंचा है। मेरी संवेदनायें हर उस परिवार के साथ हैं, जिनके स्नेहीजनों के साथ ऐसी घटनायें हुई हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो की वर्ष 2019 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में महिलाओं के प्रति अपराधों की कुल संख्या 4,05,861 दर्ज की गई है। इन अपराधों में लगभग 40 प्रतिशत अपराध ऐसे है जिनमें पति या नजदीकी रिश्तेदारों द्वारा महिलाओं के साथ क्रूरता की गई है। उन्होंने कहा कि महिलाओं तथा बच्चों से सम्बन्धित हिंसा की प्रमुख समस्याओं में घरेलू हिंसा, नशे में मारपीट, छेड़खानी, बलात्कार, यौन हमला, यौन शोषण, यौन दुव्र्यवहार, एसिड अटैक, साइबरक्राईम, कार्यस्थल सहित अन्य स्थानों पर मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न व शोषण, मानव तस्करी, बाल-विवाह, बलपूर्वक भिक्षावृत्ति, बालश्रम, आदि शामिल हैं।

उन्होंने आगे कहा है कि आप सभी जानते हैं कि मैं और मेरी सरकार महिला हिंसा के विरुद्ध है और आज मैं आपको विश्वास दिलाना चाहती हूँ कि हम प्रदेश में ऐसा वातावरण बनायेंगे जहां हमारी बहन बेटियाँ खुलकर साँस ले सकें। अपने सपनों को पूरा करने में उन्हें किसी प्रकार के भेदभाव का सामना ना करना पड़े। हमें इन घटनाओं को रोकने हेतु ठोस “सुरक्षा तंत्र’’ बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मैं आप सब के समक्ष पहुँच कर विभिन्न घटनाओं के बारे में आपकी राय जानू और “सुरक्षा तंत्रष् मजबूत बनाने हेतु आपके सुझाव सुने।

श्रीमती सिंह ने कहा है कि आप सभी अवगत है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन से प्रदेश में ‘मिशन शक्ति’ शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत आगामी 6 माह में इस मिशन के माध्यम से महिलाओं तथा बालिकाओं को स्वावलम्बी बनाने, उनमें सुरक्षित परिवेश की अनुभूति कराने, उनसे संबंधित हिंसा तथा अपराध के मुद्दों सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के संबंध में जन-जागरुकता पैदा करने, महिलाओं तथा बालिकाओं में आत्म सुरक्षा की कला विकसित करने तथा हिंसा या अपराध करने वालों की पहचान उजागर करने हेतु संपूर्ण प्रदेश एकजुट होकर प्रयास करेगा।

उन्होंने मिशन शक्ति अभियान के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए प्रदेशवासियों से कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने अपनी दूरदर्शिता से हमें “मिशन शक्ति’’ के रूप में इस और आगे बढ़ने की एक दिशा दी है। यह सिर्फ एक अभियान नहीं है बल्कि प्रदेश में रहने वाले प्रत्येक वासी की ‘सोच में बदलाव का मिशन’ है। हम इसे सिर्फ एक अभियान की तरह नहीं संचालित करेंगे, बल्कि प्रदेशवासियों की “समग्र सकारात्मक सोच में परिवर्तन करने हेतु कार्य करेंगे।

उन्होंने कहा कि यकीन ही नहीं वरन् पूर्ण विश्वास है कि इस मिशन के माध्यम से हम सभी के द्वारा किये जाने वाले प्रयासों से आने वाले समय में उत्तर प्रदेश महिलाओं तथा बालिकाओं हेतु सुरक्षित वातावरण की मिसाल पूरे देश में प्रस्तुत करेगा।

सुरक्षा, सम्मान, समानता व गोपनीयता इस मिशन के मुख्य सिद्धांत हैं। मिशन में महिलाओं तथा बच्चों की सुरक्षा उनकी गरिमा का सम्मान, पीड़ित की पहचान की गोपनीयता, उन्हें समानतापूर्ण वातावरण प्रदान करना, इस मिशन का आधार है। उन्होंने कहा कि मा० मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में शुरू हुए इस मिशन को अवसर में बदलें और सभी प्रदेशवासी इसमें भागीदारी हों।

साथ ही प्रदेश में महिला कल्याण तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के अंतर्गत कार्यरत् समस्त कार्यकर्ता मुख्य रूप से आँगनवाड़ी कार्यकत्री मिशन में अपनी शत-प्रतिशत भागीदारी देते हुए अधिक से अधिक व्यक्तियों तक मिशन की बाते पहुँचायें।

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