पकड़ा गया विश्व का दूसरा सबसे महंगा रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलि‍फोर्नियम, प्योर निकला तो अरबों में होगी कीमत

पकड़ा गया विश्व का दूसरा सबसे महंगा रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलि‍फोर्नियम, प्योर निकला तो अरबों में होगी कीमत

PPN NEWS

लखनऊ

28 May 2021 

पकड़ा गया विश्व का दूसरा सबसे महंगा रेडियोएक्टिव पदार्थ कैलि‍फोर्नियम, प्योर निकला तो अरबों में होगी कीमत


लखनऊ की गाजीपुर पुलिस ने विश्व की दूसरी सबसे महंगे रेडियोएक्टिव तत्व कैलि‍फोर्नियम के साथ आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। 340 ग्राम की हुई बरामदगी शुद्धता के परीक्षण को भेजी जाएगी आइआइटी कानपुर। गाजीपुर पुलिस ने गिरोह को पकड़ा

गाजीपुर पुलिस ने गुरुवार तड़के दुनियां की दूसरी नंबर की सबसे महंगा रेडियो एक्टिव पदार्थ कैलिफोर्नियम के साथ आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने उनके पास से 340 ग्राम संदिग्ध कैलिफोर्नियम धातु बरामद की है। पुलिस ने धातु को कब्जे में ले लिया है।

पदार्थ की शुद्धता का परीक्षण कराने के लिए इसके आइआइटी कानपुर भेजा जाएगा। अगर यह शुद्ध हुआ तो एक ग्राम कैलिफोर्नियम की कीतम करीब 27 लाख डालर प्रति ग्राम (करीब 19 करोड़ रुपये) होती है। इसकी बिक्री मिली ग्राम में होती है। यह प्राकृतिक पदार्थ नहीं है।

लैब में मानव निर्मित पदार्थ है। इसका प्रयोग कैंसर के इलाज, एटॉमिक एनर्जी और अन्य कार्यों में प्रयोग किया जाता है।

पालीटेक्निक चौराहे के पास से पुलिस टीम ने दबोचा

एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में गिरोह का सरगना अभिषेक चक्रवर्ती निवासी कानपुर रोड एलडीए कालोनी कृष्णानगर, महेश कुमार निवासी नेवादा न्यू एरिया बिहार, रविशंकर निवासी शाहजहांपुर पटना बिहार, अमित कुमार सिंह मानसनगर कृष्णानगर, शीतल गुप्ता उर्फ राज गुप्ता गुलजार नगर बाजारखाला, हरीश चौधरी लौकिहवा बस्ती, रमेश तिवारी निवासी कठौतिया सांवडी पैकुलिया बस्ती और श्याम सुंदर गांधीनगर बस्ती है।

इन्हें पालीटेक्निक चौराहे के पास से मुखबिर की सूचना पर इंस्पेक्टर प्रशांत मिश्रा, दारोगा कमलेश राय व उनकी टीम ने पकड़ा है। इनके पास से कैलिफोर्नियम पदार्थ के अलावा, 10 हजार रुपये, एक कार वैगनआर, स्कूटी और बाइक बरामद की गई है। पूछताछ में अभिषेक ने बताया कि यह कैलिफोर्नियम पदार्थ है। इसके बाद इसकी पड़ताल शुरू की गई। कई वैज्ञानिकों को दिखाया गया पर वह कुछ सही बात बता नहीं सके।

अधिकारियों को जानकारी देने के बाद परीक्षण के लिए इसके आइआइटी कानपुर भेजा जा रहा है। एडीसीपी ने बताया कि गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के तार खंगाले जा रहे हैं। इसके साथ ही अभिषेक और महेश के मोबाइल भी जब्त कर लिए गए हैं। उनकी काल डिटेल्स खंगाली जा रही है।

किन किन लोगों के यह संपर्क में थे। ऐसा तो नहीं कि इनके संपर्क विदेशों में भी हों। हालांकि फौरी जांच में पता चला है कि यह लोग चोरी का माल बेचने के काम करते थें।

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