कचहरी के रिकार्ड रुम में दिन दहाड़े वकील की गोली मार कर हत्या, तमंचा फेंककर आरोपी फरार

crime news, apradh samachar
PPN NEWS
कचहरी के रिकार्ड रुम में दिन दहाड़े वकील की गोली मार कर हत्या, तमंचा फेंककर आरोपी फरार
शाहजहांपुर ब्यूरो उदयवीर सिंह
--तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रूम में वकील को मारी गई गोली
--डीएम एसपी ने किया घटना स्थल का नीरिक्षण, दिए निर्देश
--मुकदमों की पैरवी करने के लिए भूपेंद्र ने की एलएलबी की पढ़ाई
--एसबीआई के पूर्व कर्मचारी ने दर्ज करा दिए थे कई मुकदमे
शाहजहांपुर। कचहरी में वकील की गोली मार कर हत्यारा करदी गई। वकील तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रुम फाइल देखने गए थे। जहां किसी ने उनकों पीछे से सर गोली मार दी। आरोपी तंमचा वही फेंककर फरार हो गया। कोर्ट परिसर में हत्या होने से कचहरी में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही सदर इंस्पेक्टर पुलिस र्फोस के साथ मौके पर पहुंच गए। घटना की जानकारी होने पर डीएम इंद्र विक्रम सिंह और एसपी एस आनंद मौके पर पहुंचें। डॉग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट टीम को बुलाया गया। पुलिस कोर्ट परसिर में लगे सीसीटीवी कैमरा के फुटेज खंगाल रही है।
सोमार को सदर बाजार के मोहल्ला बीबीजई हद्दफ निवासी वकील भूपेंद्र सिंह (55) तीसरी मंजिल पर रिकार्ड रूम में फाइल देखने के लिए गए था। दोपहर 12 बजे के करीब उनकों किसी ने उनके पीछे से सर में गोली मार दी। गोली लगते ही वकील भूपेंद्र फर्स पर गिर गए।
खून अधिक निकलने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी 315 बोर का तमंचा घटना स्थल पर फेंककर फरार हो गया। कोर्ट परिसर में वकील की हत्या की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में वकील रिकार्ड रुम पहुंच गए। पुलिस ने कचहरी के गेटों की नाकाबंदी कराकर चेकिंग शुरु कर दी। पुलिस को चेकिंग में कुछ हांथ नहीं लगा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दो साल पहले शुरु की थी वकालत
भूपेंद्र सिंह मूल रुप से जलालाबाद तहसील के परौर के निवासी थे। वह शहर के बीबीजई हदफ मोहल्ले में रह रहे थे। भपेंद्र सिंह के भाई योगेंद्र सिंह ने बताया कि भूपेंद्र ने दो साल पहले ही वकालत शुरु की थी। इससे पहले पह शिक्षक थे, छात्रों को कोचिंग पढ़ाते थे। उन्होंने बताया कि उनके पिता पिता स्वतंत्रता संग्राग सेनानी थे। योगेंद्र सिंह ने बताया कि वह तीन भाई है। सबसे बड़े वह है उनसे छोटे भूपेंद्र सिंह थे और सबसे छोटे भाई का नाम डॉ. महेंद्र सिंह है।
!!पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल!!
कचहरी परिसर के अंदर जाने वाले सभी गेटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है, सभी गेटो पर पुलिस तैनात है। अंदर जाने वालों की जांच की जाती है। इनतनी कड़ी सुरक्षा में कचहरी परिसर में बदमाश तमंचा लेकर अंदर कैसे पहुंच गया। वकील की हत्या के बाद साथी वकीलों में काफी गुस्सा है। वकीलों का कहना है कि गेट पर लगे सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।
!!कोर्ट परसिर से वाकिफ था हत्यारा!!
वकील भूपेंद्र सिंह के हत्यारे को कोर्ट परिसर की पूरी जानकारी थी। आरोपी ने वकील की हत्या को प्लान के तहत ही अंजाम दिया होगा। उसने वकील को रिकार्ड रुम में पीछे से गोली मारी। घटना के समय वहा कोई मौजूद नहीं था। इस लिए हत्यारे कितने थे। यह कह पाना मुश्किल है वह घटना को अंजाम देने के बाद कहा चले गए किसी को कुछ पता नहीं है।
!!सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है पुलिस!!
वकील की हत्या के बाद आरोपी की पहचान के लिए पुलिस कचहरी परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाल रही है। पुलिस को उम्मदी है कि हत्यारोपी के फुटेज कैमरे में मिल सकते है। पुलिस का कहना है कि फुटेज से स्पष्ट हो सकेगा कि सुरक्षा में चूक कहां हुई। इससे यह भी पता चल सकेगा कि आरोपी बाहर का है या कोर्ट परिसर का ही है।
कोर्ट परिसर में वकील भूपेंद्र सिंह किसी काम से गए थे। वहां के स्टाफ ने बताया कि गोली चलने की आबाज सुनी उसके बाद देखा कि वकील साहब खून से लथपथ फर्स पर पड़े थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इंद्रविक्रम सिंह, डीएम शाहजहांपुर
एसीजेएम के ऑफिस रिकार्ड रुममें भूपेंद्र सिंह फाइल देखने के लिए पहुंचे थे। उसी समय किसी ने उनकी गोली मार कर हत्या करदी है। उनके पास ही एक 315 बोर का तमंचा बरामद हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
एस आंनद, एसपी शाहजहांपुर
!!यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल!!
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमत्री मायावती ने शाहजहांपुर कोर्ट परिसर में वकील की हत्या पर ट्विीट कर घटना को दुखत बताते हुए सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए है। उन्होंने अपने ट्विट में कहा कि यूपी के जिला शाहजहाँपुर के कोर्ट परिसर में वकील की आज दिन दहाड़े हुई हत्या अति-दुखद व शर्मनाक जो यहाँ की भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति व इस सम्बंध में सरकारी दावों की पोल खोलती है।
अब अन्ततः यही सवाल उठता है कि यूपी में आखिर सुरक्षित कौन? सरकार इस ओर समुचित ध्यान दे।
Comments