प्रदीप की हत्या नहीं हुई, बल्कि पत्नी व उसके प्रेमी के उकसाने पर खुद की थी आत्महत्या

प्रदीप की हत्या नहीं हुई, बल्कि पत्नी व उसके प्रेमी के उकसाने पर खुद की थी आत्महत्या

प्रदीप की हत्या नहीं हुई, बल्कि पत्नी व उसके प्रेमी के उकसाने पर खुद की थी आत्महत्या


पीएम रिपोर्ट में हैंगिंग आने के बाद पुलिस की जांच में हुआ खुलासा


मोहनलालगंज, लखनऊ।


रिपोर्ट- सरोज यादव।


मोहनलालगंज कोतवाली के धनवारा गांव में रहने वाले प्रदीप सिंह की हत्या नहीं हुई, बल्कि उसने अपनी पत्नी व उसके प्रेमी के उकसाने पर खुद कमरे की छत में लगे पंखे के कुंडे से लटक कर आत्महत्या की थी। पुलिस ने पीएम रिपोर्ट में हैंगिंग आने के बाद नए सिरे से घटना की जांच पड़ताल के बाद यह दावा किया है। जबकि उक्त संबंध में पुलिस ने मृतक के बड़े भाई द्वारा दी गई लिखित तहरीर के आधार पर मृतक की पत्नी व उसके प्रेमी के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।

जबकि डीसीपी दक्षिणी राहुल राज के मुताबिक पुलिस द्वारा गहनता से की गई जांच पड़ताल में सामने आया कि प्रदीप सिंह मानसिक विकृति का शिकार था जो अपनी बेटी को गलत तरीके से छेड़खानी किया करता था। बेटी की शिकायत पर पत्नी व उसके प्रेमी से विवाद व बहसबाजी के बाद मामला खुलने के डर से स्वयं ही आत्महत्या की थी। इस मामले में पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान और मृतक के भाई की तहरीर पर दर्ज किए गए हत्या के मामले को दुष्प्रेरण के मामले में तरमीम करते हुए दोनों आरोपियों को दुष्प्रेरण के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मौके पर एसीपी मोहनलालगंज धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी व इंस्पेक्टर कुलदीप दुबे भी मौजूद रहे।

डीसीपी दक्षिणी राहुल राज ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मोहनलालगंज कोतवाली के गांव धनवारा में रहने वाला प्रदीप सिंह अपने बेटे और बड़ी बेटी के साथ रहता था। पुलिस की जांच पड़ताल और बच्चों के बयान में यह तथ्य सामने आया कि मृतक प्रदीप की पत्नी ज्योति के संबंध करीब एक वर्ष से जोगेंद्र सिंह उर्फ रंगोली से थे और जोगेंद्र सिंह अक्सर प्रदीप के घर आता जाता था। यह बात प्रदीप को अच्छी नहीं लगती थी जिसको लेकर प्रदीप व ज्योति में अक्सर वाद-विवाद व मारपीट हुआ करती थी। मृतक प्रदीप के तीन बच्चे थे। पति पत्नी के बीच आपस में विवाद होने के चलते उसकी पत्नी ज्योति सिंह पांच वर्षीय छोटी बेटी को साथ लेकर अपने प्रेमी जोगेन्द्र सिंह उर्फ रंगोली के साथ उसके घर पर रहती थी तथा शेष दो बच्चे प्रदीप के साथ रहते थे। डीसीपी के मुताबिक जांच पड़ताल में सामने आया कि प्रदीप सिंह मानसिक विकृति का शिकार था। जिसके द्वारा अपनी 13 वर्षीय बड़ी लड़की के साथ छेड़खानी किया जाता था। 30 अक्टूबर को प्रदीप की बड़ी बेटी ने अपनी मां ज्योति को फोन करके पिता द्वारा छेड़खानी किए जाने की बात बताई गई थी। जिसके बाद उसकी मां ज्योति सिंह अपने प्रेमी जोगेन्द्र सिंह के साथ स्कूटी से रविवार की रात करीब आठ बजे धनवारा गांव आई थी। घर आने पर प्रदीप सिंह के साथ ज्योति व रंगोली सिंह की काफी देर तक बहसबाजी व वाद विवाद हुआ था। जिसके बाद ज्योति बड़ी लड़की को अपने साथ लेकर रंगोली के साथ वापस चली गई थी। प्रदीप घर में अपने बेटे के साथ अकेला ही रह गया था और रात में प्रदीप सिंह ने लोक लाज के भय से घर के कमरे में लगे पंखे के हुक से रस्सी की सहायता से लटककर आत्महत्या कर लिया था। जिसका शव बीते सोमवार 31 अक्टूबर को सुबह पंखे के कुंडे से लटका पाया गया था। जिसके बाद ग्रामीणों से सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। उक्त संबंध में मृतक के भाई महेंद्र सिंह के द्वारा मृतक की पत्नी ज्योति व उसके प्रेमी रंगोली द्वारा मारपीट कर हत्या करने के बाद शव को पंखे से लटकाए जाने का आरोप लगाते हुए हत्या की तहरीर दी गई थी। जिस पर मोहनलालगंज पुलिस द्वारा हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आने के बाद पुलिस ने गहनता से पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की तब दौराने विवेचना पुलिस की जांच पड़ताल में पूरे मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों मृतक की पत्नी ज्योति व उसके प्रेमी रंगोली को गिरफ्तार कर पूछताछ की और उनके मोबाइल से मृतक प्रदीप द्वारा स्वयं आत्महत्या किए जाने के साक्ष्य मिलने पर दोनों को नियमानुसार कार्यवाही के बाद जेल भेज दिया गया।


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