डम्पिंग की गई हजारों टन मोरंग की बिक्री की तैयारी में जुटे मोरंग सिंडीकेट, जिम्मेदार हुए बेफिक्र

डम्पिंग की गई हजारों टन मोरंग की बिक्री की तैयारी में जुटे मोरंग सिंडीकेट, जिम्मेदार हुए बेफिक्र

डम्पिंग की गई हजारों टन मोरंग की बिक्री की तैयारी में जुटे मोरंग सिंडीकेट, जिम्मेदार हुए बेफिक्र

तहसील के विभिन्न थाना क्षेत्रों में संचालित मोरंग खदानों के आस पास के इलाकों में मोरंग सिंडिकेटों द्वारा डम्प की गई हजारों टन मोरंग खोल रही डम्पों की जाँच के लिये गठित की गई विभागीय टीमों की ईमानदारी की पोल

पी पी एन न्यूज

( कमलेन्द्र सिंह)

खागा/ फतेहपर 

तहसील क्षेत्र में संचालित होने वाली लगभग सभी मोरंग खदानों किशनपुर मंझगवा व धाता रानी पुर आर वन, आर टू, आर थ्री  में खदान संचालकों ने बारिस शुरू होने के होने के लगभग दो माह पहले से ही प्रशासनिक और विभागीय गठजोड़ के चलते अधिक मुनाफा कमाने के लिये एन जी टी के मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए मोरंग का अवैध खनन व आसपास के इलाके में पड़ी ग्राम समाज की जमीनों में मोरंग के अवैध रूप से डम्पिंग का खेल शुरू कर हजारों टन मोरंग की डम्पिंग की थी।

जिसको अब मोरंग  सिंडिकेटों ने महंगे दामों में बेंचने की तैयारियों की कवायद शुरू कर दी है। किन्तु जिम्मेदार स्थानीय प्रशासन समेत तहसील जिला व विभागीय जिम्मेदारों को इसकी तनिक भी भनक नहीं है। या यूँ कहें कि उनको मोरंग सिंडिकेटों द्वारा रचित इस पूरे खेल की पूरी जानकारी होने के बावजूद भी जिम्मेदार अपनी खाऊ कमाऊ नीतियों के चलते इनकी ओर से अनभिज्ञता जता रहे हैं। जबकी जिला प्रशासन ने इन अवैध रूप से लगाए गए मोरंग के डम्पों की जाँच और कार्यवाही के लिये एक चार सदस्यीय विशेष टीम भी गठित की थी।

किन्तु क्षेत्रीय ग्रामीणों की माने तो आज तक किशनपुर थाना क्षेत्र के मंझगवा एवम धाता थाना क्षेत्र के रानीपुर आर वन आर टू, आर थ्री के खदान संचालकों द्वारा खदानों के आसपास व क्षेत्रीय इलाकों की ग्राम समाज व सड़कों के किनारे अवैध रूप से डंम्प की गई हजारों टन मोरंग की जाँच के लिये कोई भी अधिकारी नहीं पहुँचा। क्षेत्रीय ग्रामीणों के इस बयानबाजी से मोरंग सिंडिकेटों और जाँच टीम व स्थानीय प्रशासन के गठजोड़ की पोल खुलती भी नजर आ रही है।

वहीं इन अवैध रूप से लगाए गये डम्पों तक जाँच एवम प्रसासनिक टीमों के ना पहुँचने से इन मोरंग सिंडिकेटों के हौशले इस कदर बुलन्द हुए की वे बारिश शुरू होते ही अवैध रूप से डंम्प की गई सैकडो टन मोरंग को महंगे दामों में बेंचने की तैयारियों की कवायद शुरू किये हुए हैं। जानकर सूत्रों की मानें तो कुछ सिंडिकेटों ने डम्पों से मोरंग के बिक्री की जिम्मेदारी क्षेत्रीय तथाकथित पत्रकारों को सौंपी है। जिन्होंने अब बड़े पैमाने पर डम्पों से मोरंग की महंगे दामों में अवैध बिक्री का खेल भी शुरू कर दिया है।

किन्तु विडम्बना ये है कि जिम्मेदार स्थानीय तहसील व जिला प्रशासन व खनन विभाग आज भी बजाय इन अवैध रूप से लगाए गये मोरंग के डम्पों की जाँच कर इनके सिंडिकेटों के खिलाफ कोई कार्यवाही सुनिश्चित करने के इन मोरंग सिंडिकेटों की कार्यशैली से अभिज्ञता जता रहे हैं।

जिसका मुख्य कारण या तो मोरंग सिंडिकेटों द्वारा  जिम्मेदार प्रशासनिकों विभागियो की सेटिंग का किया जाना है। या फिर इन मोरंग सिंडिकेटों को  नामचीन सत्ता पक्षीय हस्तियों का संरक्षण प्राप्त होना है। जिसकी वजह से जिम्मेदार प्रशासनिक व विभागीय इनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करने से बच रहे हैं। 

मोरंग माफियाओं ने इन स्थानों में लगा रखे हैं मोरंग के अवैध डम्प किशनपुर थाना क्षेत्र के मंझगवा खदान संचालक ने बारिश शुरू होने से लगभग एक माह पूर्व ही खनन खण्ड व मंझगव गाँव  के आस पास लगभग आधा दर्जन सार्वजनिक जगहों के अलावा किशनपुर रोड के पलवाहर गाँव स्थित एक निजी सीमेन्ट ईंट के प्लांट के बगल में पड़ी ग्राम समाज की जमीन में कई टन मोरंग की डम्पिंग की है।

इसी प्रकार रानीपुर आर वन आर टू व आर थ्री मोरंग खनन खण्डों के सिंडिकेटों ने भी आस पास के क्षेत्रीय इलाके में खाली पड़ी ग्राम समाज की जमीनों में दर्जनों जगह हजारों टन मोरंग की डम्पिंग किया है। सिंडिकेटों ने मोरंग को पहले से लगभग छः गुना दामों में बेंचना शुरू भी कर दिया है। किन्तु जिम्मेदारों को आज तक इसकी भनक नहीं लगी है।

वहीं इस सम्बन्ध में जब उपजिलाधिकारी प्रह्लाद सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सभी डम्पों की जाँच कराई जाएगी। यदि कहीं भी नियमावली का उल्लंघन कर मोरंग के डम्पिंग की बात सामने आती है। तो सिंडिकेट के खिलाफ कार्यवाही कर डम्प की गई मोरंग को जब्त किया जाएगा।

खनन अधिकारी मिथिलेश पाण्डेय ने मामले से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि मोरंग के अवैध रूप से डम्पिंग की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इसकी जाँच कर डंम्प सिंडिकेटों के खिलाफ कार्यवाही कराई जाएगी।

जबकी जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि यदि बगैर परमीशन और नियमावली के विरुद्ध किसी भी स्थान में मोरंग की डम्पिंग पाई जाती है। तो डम्प संचालक से जुर्माना वसूल उसके खिलाफ सख्त विधिक कार्यवाही व डम्प की गई मोरंग को जब्त कर उसे नीलाम कर दिया जाएगा।

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