कप कपाती ठंड में बारिश का कहर गरीबो का गिर रहा आशियाना।
- Posted By: Anil Kumar
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- Updated: 9 January, 2022 22:47
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प्रकाश प्रभाव न्यूज़
कौशाम्बी-09-01-2022
रिपोर्ट-अनिल कुमार
कप कपाती ठंड में बारिश का कहर गरीबो का गिर रहा आशियाना।
सरकार की चौपट व्यवस्था बदइंतजामी का खामियाजा भुगत रही है आमजनमानस।
कौशाम्बी। कप कपाती ठंड में 3 दिन से लगातार बारिश हो रही है जिससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है सरकार की ओर से तमाम व्यवस्थाएं करने की घोषणा की गई हैं लेकिन सरकारी घोषणाए महज भाषण बाजी तक सीमित रह गई है कप कपाती ठंड में जरूरतमंदों को अभी तक कंबल का वितरण सरकार द्वारा नहीं हो सका है अलाव जलाए जाने की घोषणा सरकार ने कर दी है लेकिन अलाव की व्यवस्था भी केवल बकवास साबित हो रही है चार लकड़ियां रख कर फोटो खिंचवाने तक अलाव जलाने की व्यवस्था सीमित रह गई है नगर पालिका मंझनपुर में अलाव जलाने के नाम पर केवल नाटक बाजी हो रहा है जिससे ठंड के चलते गरीब कमजोर मजलूम ठिठुर रहे हैं और ठंड लग जाने के बाद लोग बीमार हो रहे हैं और मौते भी हो रही हैं लेकिन फिर भी जिम्मेदार धृतराष्ट्र बने हुए हैं
आवासीय योजना की हकीकत भी खुलकर सामने आ रही है 3 दिनों की बारिश में ही तमाम गरीबों के घर गिर रहे हैं गरीबों के गिरते घर के बाद भी उन्हें मदद करने के बजाय जिम्मेदार अपनी खामियों पर पर्दा डालकर अधिकारियों को गुमराह करने पर लगे हैं जनपद मुख्यालय मंझनपुर में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर आम जनता के मकानों को ध्वस्त कर दिया गया था जिससे पूरी सड़क नरक में तब्दील हो गई है 3 दिन से लगातार हो रही बारिश से पूरी सड़क में कीचड़ गंदगी से भरी है जिससे आम जनमानस का सड़कों पर निकलना मुश्किल है नगरपालिका मंझनपुर के बदइंतजामी का खामियाजा आम जनमानस भुगत रहा है यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों का है जहां मकान गिर रहे हैं लेकिन सच्चाई स्वीकार करने से राजस्व कर्मी भाग रहे हैं जिले में कहीं-कहीं बारिश के साथ ओले भी गिरने की चर्चाएं हैं जिससे आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है जिले के चायल तिल्हापुर चरवा मनौरी भरवारी नारा ओसा अझुवा पश्चिम सरीरा करारी सिराथू मंझनपुर इमामगंज महेवाघाट कौशाम्बी सहित पूरे जिले में 3 दिनों से रुक-रुक कर पानी बरस रहा है जिससे आम जनजीवन प्रभावित है तमाम किसान की भी मुसीबतें बढ़ गयी हैं जिन किसानों ने पहले से ही फसलों में सिंचाई कर दी है अलग से पानी बरस जाने से उनकी फसलें खराब हो रही हैं।
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