प्राथमिक विद्यालय मे मनाया गया महाराजा सुहेलदेव पासी की जयंती

प्राथमिक  विद्यालय  मे मनाया गया महाराजा सुहेलदेव पासी की जयंती

ppn news 

प्राथमिक  विद्यालय  मे मनाया गया महाराजा सुहेलदेव पासी की जयंती

रामपुर सुदौली प्रथमिक विघलयालय मे मनाई गइ जयंती

बछरावा ! रायबरेली बछरावा ! क्षेत्र के अंर्तगत रामपुर सुदौली प्रथमिक विघलय मे श्रध्दापूण मनाया गया प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार व विघालय के सभी शिक्षको ने राजा सुहेलदेव पासी के चित्र पर माल्र्यापण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धाँजलि अर्पित की। वही प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार ने बताया की महमूद गजनवी का सेनापति एवं उसका भांजा सैय्यद सालार मसूद सोलह वर्ष की आयु में सिंध, मुल्तान, दिल्ली, मेरठ, कन्नौज, फतेहपुर सीकरी पर विजय प्राप्त करते हुए आगे बढ़ रहा था। 

बाराबंकी के सतरिख में केन्द्र बनाकर बहराइच, श्रावस्ती सहित अयोध्या के आस-पास के लगभग 21 राजाओं से युद्ध किया और सभी को हराया, इसके बाद सारे राजाओं ने मिलकर संगठन बनाकर युद्ध लड़ा, फिर भी पराजय हाथ लगी, अंततः तमाम राजाओं ने संयुक्त रूप से श्रावस्ती सम्राट महाराजा सुहेलदेव से सेनाओं का नेतृत्व करने का प्रस्ताव रखा।  ज्येष्ठ मास के पहले रविवार 10 जून 1034 को युद्ध में सुहेलदेव ने मसूद गाजी को मारकर सनातन संस्कृति की रक्षा की। 

राष्ट्रीय पासी सेना के अध्यक्ष संजय पासी ने कहा कि ग्यारहवीं शताब्दी के अनिश्चिततापूर्ण वातावरण में राष्ट्र नायक के रूप में सनातन संस्कृति के ध्वजवाहक महाराजा सुहेलदेव पासी का उदय हुआ।  श्री पासी ने कहा कि सैय्यद सलार गाजी महाराजा सुहेलदेव पासी से हुए युद्ध में तीन लाख सेना लेकर आया था, महाराजा ने सैय्यद सलार गाजी सहित उनकी पूरी सेना को मारदिया, मात्र दो सैनिक जीवित छोड़े और उनसे कहा कि अपने देश में जाकर बताओ की भारत देश में वीरों की कमी नहीं है।  महाराजा सुहेलदेव पासी के कारण ही लगभग तीन सौ वर्षो तक विदेशी आक्रान्ताओं ने भारत की तरफ आँख उठाकर नहीं देखा। 

स्वर्णकार विचार मंच के लखनऊ मण्डल संयोजक भौमेश कुमार सोनी ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव का जन्म बहराइच में बसंत पंचमी के दिन 990 में हुआ था, इनका शासनकाल 1027 से 1077ई0 तक माना जाता है।  ए.बी.डी.एम. के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष कमलेश चैधरी ने कहा कि उनके जन्मोत्सव पर संकल्प लेना चाहिए कि समाज को उनके जीवन दर्शन को पढ़-समझकर एकता, अखंडता, राष्ट्रधर्म के प्रति निष्ठावान रहते हुए राष्ट्र की संस्कृति, उसकी परम्पराओं की रक्षा के प्रति सदैव तत्पर रहें। इस मौके पर प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार अमित कुमार पूनम अर्चना श्री वास्तव ज्योति माली संतोषी देवी छाया यादव सभी शिक्षक रहे मौजूद

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *