गो पालन जरूरी-डा. बलराम चौरसिया

प्रकाश प्रभाव न्यूज़ प्रयागराज
रिपोर्ट - धनंजय पांडे
गो पालन जरूरी-डा. बलराम चौरसिया
सोरांव/प्रयागराज।
देशी गाय का दूध, घी मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होता है और शुद्ध दूध, घी के उपलब्धता के लिए हमे अपने संसाधन के अनुरूप दो-चार गाय रखना पड़ेगा। इस बात की जानकारी पशुचिकित्साधिकारी होलागढ़ डाॅ. बलराम चौरसिया ने गो वंश आश्रय स्थल, कमालपुर में गोपाष्टिमी के शुभावसर पर आयोजित पशु स्वास्थ्य शिविर में गौ पालकों को दी।
साथ ही साथ यह भी बताया कि अपने देश में पायी जाने वाली 26 से अधिक प्रजाति के गायों को देशी गाय कहा जाता है। इनमे से साहीवाल, रेड सिंन्धी, गिरि, थारपारकर, हरियाणा, कांकरेज, देवनी, मालवी आदि उत्पादन के हिसाब से अच्छी मानी जाती है।
देशी गाय के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने के कारण जल्दी बीमार नहीं पडतीं, जिससे इनके स्वास्थ्य प्रबंधन मे अधिक व्यय नहीं करना पड़ता।
साथ ही गोदुग्ध, दुग्धोत्पाद, का नियमित सेवन करके हम अपने व परिवार के स्वास्थ्य प्रबंधन का खर्च बचा सकते हैं, तथा गोमूत्र व गोबर से निर्मित नाडेप, वर्मी कम्पोस्ट, जैविक उर्वरक का खेती बारी में संतुलित प्रयोग कर विष मुक्त फसलोत्पादन किया जा सकता है।
गोपाष्टिमी के अवसर पर ग्राम प्रधान कुसुम देवी ने गौ आश्रय स्थल पर संरक्षित गो वंश की पूजा कर कहा कि गाय के महत्ता के कारण बहुत पुराने समय से इन्हे गौमाता कहा जाता है। हम भारतीयों के लिए गौमाता पूज्यनीय हैं। गौ माता को निराश्रित करना एक तरह से पाप है।इसी समय हम सभी किसान भाइयों को संकल्प लेना है कि हम अपनी गोमाता को पूर्वत घर पर रख कर पालन पोषण करेंगें और किसी भी कीमत पर बेसहारा नहीं छोंडेगें।
गोपाष्टिमी पर्व के अवसर पर वि. ख. होलागढ़ के संचालित अस्थाई निराश्रित गौ आश्रय स्थल राजापुर चौबारा में प्रधान मुकुंद कांत शुक्ल, उमरिया बादल मे प्रधान राजेश, चांदपुर सराय भारत मे प्रधान नेत नरायन रैया में प्रधान प्रतिनिधि साहबराज पांडेय एवं सांगीपुर में प्रधान हीरालाल द्वारा गो पूजन प्रातः 9 से 10 बजे किया गया ।
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