*आधी आबादी को बजट में राहत की आस*

*आधी आबादी को बजट में राहत की आस*
*वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम करने की मांग की*
पी पी एन न्यूज
(कमलेन्द्र सिंह)
खागा/ फ़तेहपुर
आधी आबादी ने 2020 के बजट में रसोई खर्च में राहत की उम्मीद सोच रखी है। नगर के गृहणियों का मानना है। कि वित्तमंत्री स्वयं महिला हैं और रसोई के खर्च से भलीभांति वाकिफ है। अतः बजट में उनसे रोजमर्रा के खर्चों में राहत की उम्मीद है। गृहणी प्रेमलता का कहना है कि रोजमर्रा के वस्तुओं के बढ़ते दाम ऊपर सू कोरोना के कारण ठप व्यवसाय ने मध्य वर्ग की कमर तोड़कर रख दी। ऐसे में वित्तमंत्री से हम उपभोक्ता वस्तुओं पर जीएसटी की दर में कमी की अपेक्षा करते हैं। कुसुम तिवारी जो कि ग्रेजुएट हैं। इनका कहना है कि गैस के बढ़ते दाम एक मध्यम वर्ग के परिवार के लिए या कहें कि खासतौर से महिलाओं के लिए समस्या का कारण बने है। हमारी वित्तमंत्री से अपील है कि वह तमाम उपभोक्ता वस्तुओं के दामों को नियंत्रित करने का प्रावधान बजट में करें। गृहणी कांती सिंह का कहना है कि महंगाई की वजह से घर खर्च चला पाना पहले ही मुश्किल था। कोरोना के कारण मध्य वर्ग की आय में व्यापक हानि हुई है। इसकी भरपाई का प्रयास वित्तमंत्री को प्रस्तावित बजट में करना चाहिए। ऐएनएम पूनम तिवारी का कहना है कि पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती हुई कीमतों के कारण सब्जी, दाल, संग खाद्यान के भाव आसमान छू रहे हैंै। इससे रसोई चलाना चुनौतीपूर्ण हो गया है। ऐसे में वित्तमंत्री को पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत को कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए। इसका प्रभाव बाजार में हर क्षेत्र में पड़ेगा।
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