डभियार में बाहरी गांव के मतदाता करते हैं जीत हार का फैसला, डभियार की मतदाता सूची में दर्ज हैं लगभग सौ बाहरी लोगों का नाम
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 20 October, 2020 16:27
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प्रतापगढ
20.10.2020
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
डभियार में बाहरी गांव के मतदाता करते हैं, जीत हार का फैसला, डभियार की मतदाता सूची में दर्ज है लगभग सौ बाहरी लोगों का नाम ।
प्रतापगढ जनपद के सांगीपुर विकास क्षेत्र के डभियार ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में गैर जिले, गैर ब्लाक, व कई अन्य ग्राम पंचायतों के लोंगों का नाम फर्जी तरीके से दर्ज कराकर बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गयी है।और ग्राम पंचायत के दर्जनों लोगों का नाम गायब कर दिया गया है। जिसके कारण ग्राम पंचायत के दर्जनों मतदाता बीते चुनाव में मतदान करने से वंचित रह गये थे। सांगीपुर विकासखंड की ग्राम पंचायत डभियार में सन 2010 से मतदाता सूची में बाहरी लोगों का नाम दर्ज कराकर गंवई सियासत की रोटी सेंकनी सुरु की गयी। सन 2015 में गांव वालों के विरोध जताने पर भी मतदाता सूची का फर्जीवाड़ा बंद नही हुआ।अमेठी जिले के गणेरी गांव के आधा दर्जन लोगों का नाम डभियार की मतदाता सूची में दर्ज कराया गया। संडवा चंदिका ब्लाक के त्रिलोकपुर बिंसई ग्राम पंचायत के दर्जन भर लोगों का नाम भी डभियार की सूची में दर्ज है। सांगीपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत पदमाकरपुर, सरुवा, देऊम पूरब समेत कई अन्य ग्राम पंचायतों के लोगों का नाम डभियार की मतदाता सूची में दर्ज है।मतदाता सूची में बाहरी लोगों का नाम बढाने के साथ ही डभियार के दर्जनों लोगों का नाम सूची से गायब कराकर मतदान से वंचित रखा गया। डभियार की मतदाता सूची में दर्जनों फेंक मतदाताओं की संख्या है। ऐसे में डभियार में लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन किया गया है। ग्रामीण मतदान करने से वंचित रह जाते हैं और बाहरी लोग मतदान कर चुनाव का फैसला करते हैं। दो पंचवर्षीय चुनाव में यह सब खेल बड़े पैमाने पर किया गया है। तहसील से लेकर जिला प्रशासन तक उक्त फर्जीवाड़े में संलिप्त है। सन 2015 के पंचायत चुनाव में ग्रामीणों द्वारा उपजिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की थी लेकिन मतदाता सूची में कोई भी सुधार नही किया गया। बल्कि उस समय के जिलाधिकारी ने बूथ का भ्रमण करने के दौरान शिकायत कर्ताओं को डपटते हुए कहा था जिनका भी नाम मतदाता सूची में है वे मतदान करेंगे। गांव वालों की मानी जाय तो मतदाता सूची में गड़बड़ी कराने में प्रशासन की पूरी भूमिका है। गांव के लोगों का कहना है कि मतदाता सूची में जितने भी नाम है सभी का भौतिक सत्यापन कराया जाना चाहिए तभी बाहरी लोगों का नाम विलोपित हो पायेगा। गांव के अखिलेश मिश्र,संजीव सिंह, पूर्व प्रधान राजेंद्र सरोज, रामचंद्र यादव आदि ने जिलाधिकारी से मतदाता सूची का भौतिक सत्यापन कराये जाने की मांग की है। पुनरीक्षण कार्यक्रम का बीता 20दिन, बीएलओ का पता नही राज्य निर्वाचन आयोग के आदेश पर मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम 1 अक्टूबर से चल रहा है लेकिन डभियार ग्राम पंचायत में अभी तक पुनरीक्षण के नाम पर कोई कार्रवाई सुरु नही हुई है। बीएलओ का कोई अता पता नही है। जानकारी हो कि डभियार की बीएलओ वर्तमान प्रधान की चाची हैं। ऐसे में मतदाता सूची में पारदर्शिता की उम्मीद नही दिख रही है। ग्रामीणों का कहना है कि पुनरीक्षण कार्यक्रम सुरु हुए बीस दिन बीत रहे हैं, लेकिन बीएलओ डभियार गांव में नही जा रही है। ग्रामीणों का कहना कि 2015 की तरह मतदाता सूची में फिर से गड़बड़ी की जा सकती है।ऐसे में तहसील प्रशासन को गम्भीर होना चाहिए।
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