विश्व पर्यावरण दिवस से जागरुकता प्रारम्भ कर इस वर्षा ऋतु में होगा वृक्षारोपण

विश्व पर्यावरण दिवस से जागरुकता प्रारम्भ कर इस वर्षा ऋतु में होगा वृक्षारोपण

प्रकाश प्रभाव न्यूज

लखनऊ।

रिपोर्ट - सुरेन्द्र शुक्ल

लखनऊ-03 जून 2020,     

विश्व पर्यावरण दिवस से जागरुकता प्रारम्भ कर इस वर्षा ऋतु में होगा वृक्षारोपण 


मण्डलायुक्त मुकेश कुमार मेश्राम की अध्यक्षता में विश्व पर्यावरण दिवस से जागरुकता प्रारम्भ कर इस वर्षा ऋतु में बृहद वृक्षारोपण कराये जाने के सम्बन्ध में  एक बैठक सम्पन्न हुयी, जिसमें नगर आयुक्त डा0 इन्द्रमणि त्रिपाठी, डी0एफ0ओ0 रवि कुमार सिंह सहित नगर निगम, एल0डी0ए0, उद्यान व अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

मण्डलायुक्त ने कहा कि शहर को ग्रीन करने व पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग एक ठोस कार्य योजना तैयार करें, जिसके अनुसार अत्यधिक संख्या में वृक्षारोपण कराया जा सके।

उन्होंने कहा कि इस समय बहुत अच्छा ए॰क्यू॰आई॰स्तर है। वायु की गुणवत्ता व शहर को प्रदूषण मुक्त करने में हरीतिमा का बहुत योगदान होता है। लख़नऊ में जापानी मिनी जंगल उगाने की मियावाकी पद्वति के अनुसार वन विकसित किये जायें।


उन्होंने कहा कि शहर के सभी छोटे-बडे़ पार्को में बड़े छायाकार व्रक्षों के साथ-साथ छोटे वृक्षों व पौधों को भी लगाया जायें तथा प्रत्येक पार्क में प्रथक जोन का निर्धारण कर औषधीय पौधे/वृक्ष भी लगाये जाये, जिससे यदि किसी जनसामान्य को उसकी आवश्यकता हो तो वह वहां जाकर प्राप्त कर लें।

उन्होंने कहा कि शहर में सड़क किनारे, पार्को में, गौ आश्रय स्थलों में मियावाकी पद्धति से छोटे वन विकसित किये जायें जो  दो सौ वर्ग़मीटर के क्षेत्रफल में लगाया जा सकता है। एक अभियान चलाकर वृक्षारोपण के कार्य में जन सहभागिता सुनिश्चित  करायी जायें और गोदनामा भराकर उनकों नि:शुल्कपौधे एडाप्ट कराये जायें।

उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण के साथ-साथ उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करायी जायें। उन्होंने कहा कि जिन वृक्षों में ट्री गार्ड लगे है और वह विकसित हो गये है उन ट्री गार्डो को निकलवाकर अन्य जगह पर उनका पुनः प्रयोग किया जाये।

उन्होंने कहा कि हैदर कैनाल, कुकरैल नदी व गोमती बन्धा व गोमती रिवरफ्रन्ट के किनारे विशाल छायादार वृक्षों का वृक्षारोपण कराया जाये जैसे (नीम, पीपल, बरगद, अर्जुन, पाकड़, जामुन, इत्यादि) उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण में देशी प्रजातियों के पौधों का ज़्यादा उपयोग किया जायें।

उन्होंने कहा कि शहर के ग्रीन बेल्ट एरिया, सड़को के किनारे व शहर की झीलों के आसपास वृक्षारोपण कराये, सभी विभाग अपनी ऐसी जमीनों को खोजे जो बिना उपयोग के पड़ी है उनमें वृक्षारोपण कराये, जिससे उनपर कोई अतिक्रमण न होने पाये और ग्रीन एरिया भी विकसित हो।

उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी  के अन्र्तगत एक ट्री हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किया जाये (फोन घुमाओ वृक्ष लगाओं) जिसमें शहर वासी यदि चाहे तो फोन कर उपलब्धता के अनुसार वृक्ष प्राप्त कर सकें।

उन्होंने कहा कि स्कूलों में बच्चों को पौधे एडाप्ट कराये जाये जो बच्चा अपने शैक्षणिक सत्र में अपने लगाये गये पौधे की अच्छी देखभाल  करेगा उस विद्यार्थी को सामाजिक विज्ञान/नैतिक शिक्षा/ पर्यावरण की आंतरिक मूल्यांकन (प्रयोगात्मक परीक्षा) में 05 अंक अतिरिक्त प्रदान किये जाये।

उन्होंने कहा कि 05 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर कान्हा उपवन गौशाला सरोजनीनगर में मियावाकी प्लान्टेशन पद्धति की शुरूवात की जायेगी तथा इसी प्रकार शीघ्र ही अन्य जनपदों में भी इसका शुभारम्भ होगा।

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