लखनऊ में तीसरी 'ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा' का शानदार आयोजन

पहचान का सम्मान और अधिकारों की आवाज़, लखनऊ की सड़कों पर गूँजी ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा 2025।
'हम साथ हैं, अलग नहीं,' के संदेश के साथ LGBTQIA समुदाय ने दिखाया एकजुटता और उत्साह।
लखनऊ। मंगलवार को राजधानी लखनऊ में तीसरी 'ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा 2025' का आयोजन बड़े ही उत्साह और भव्यता के साथ किया गया। इस गौरव यात्रा का उद्देश्य LGBTQIA समुदाय की पहचान के सम्मान, और समाज में उनके अधिकारों, शिक्षा, और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
आदिशिव ट्रांसजेंडर फाउंडेशन और ट्रांसजेंडर गौरव यात्रा समिति द्वारा आयोजित यह पदयात्रा लोहिया गेट नंबर 4 से शुरू हुई और 1090 चौराहे पर स्थित मुख्य मंच पर समाप्त हुई। इस यात्रा में ट्रांसजेंडर साथियों ने सज-धजकर, झूमते-नाचते हुए और अपने अधिकारों के प्रति ज़ोरदार नारेबाजी करते हुए आम जनमानस के एक विशाल समूह के साथ हिस्सा लिया।
मुख्य मंच पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही, साइबर क्राइम पर जागरूकता फैलाने के लिए एक विशेष कार्यक्रम भी हुआ, जिसमें साइबर पुलिस से श्री आदिल और उनकी टीम ने लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी और उनके सवालों के जवाब दिए।
कार्यक्रम में ट्रांसजेंडर के मुद्दों को लेकर एक गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। इस गोष्ठी में सम्मानित अतिथियों ने अपने विचार रखे और लोगों से यह आवाहन किया कि वे 'हम साथ हैं, अलग नहीं हैं' के संदेश को अपनाएँ और बराबर से कदम से कदम मिला कर चलने का हौसला और विश्वास समुदाय के भीतर और आम समाज में जागृत करें।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई:
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती बबीता सिंह चौहान, विश्व हिंदू रक्षा परिषद के अध्यक्ष गोपाल राय, महासचिव श्री कुलदीप कुमार मिश्रा, पूर्व उपाध्यक्ष इंडिया वेलफेयर बोर्ड से सोनम चिश्ती, उत्तर प्रदेश ट्रांसजेंडर वेलफेयर बोर्ड से सलाहकार देविका एस, बंगलामुखी सर ग्रुप के संस्थापक शहाबुद्दीन खान, महंत मठ मनकामेश्वर मंदिर से दिव्या गिरी, राज्य महिला आयोग सदस्य रितु शाही, समाजसेविका सुरैया सिद्दीकी, दुर्गेश सिंह दीपू, राकेश कुमार सिंह।
इस सफल आयोजन की संयोजिका प्रियंका सिंह रघुवंशी थीं।
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