कोरोना के चलते फीका रहा नागपंचमी का त्योहार
- Posted By: Anil Kumar
- राज्य
- Updated: 26 July, 2020 20:38
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प्रकाश प्रभाव न्यूज़
कौशाम्बी। 26/07/20
रिपोर्ट - दिनेश कुमार (जिला संवाददाता)
कोरोना के चलते फीका रहा नागपंचमी का त्योहार घरों में पकवान बना की गयी पूजा-अर्चना
देहात क्षेत्र में बच्चों व महिलाओं ने झूले का लिया आनन्द
कौशाम्बी। कोरोना महामारी का प्रकोप पूरे देश में फैलता ही जा रहा है। प्रतिदिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस महामारी की वजह से देश में होने वाले त्योहारों की रौनक भी गायब हो गयी है। शनिवार को नागपंचमी का त्योहार रहा लेकिन इस महामारी के चलते त्योहार फीका हो गया। घरों पर महिलाओं ने पकवान बनायें और नाग देवता की अराधना की। देहात क्षेत्र में बच्चों व महिलाओं ने परम्परा के अनुसार झूले का आनन्द उठाया।
बताते चलें कि पड़ोसी देश चीन के वुहान शहर से निकली कोरोना महामारी का प्रकोप पूरे विश्व में फैल गया है। सभी देशों में इसके मरीज सामने आ रहे हैं। भारत में भी यह महामारी प्रतिदिन अपने पैर पसार रही है। देश में लगभग पन्द्रह लाख मरीज हो चुके हैं। इस महामारी के खात्मे के लिए जहां वैज्ञानिक वैक्सीजन की खोज में लगे हुए हैं वहीं केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा भी तरह-तरह के प्रयास किये जा रहे हैं। भारत देश त्योहारों का देश कहा जाता है। ऐसे में कोरोना से निपटने के लिए भारत सरकार ने गाइडलाइन जारी की थी। जिसमें निर्देशित किया गया था कि घरों पर रहकर ही त्योहार मनाया जाये। भीड़-भाड़ न लगायें और घरों से बाहर न निकलें। नागपंचमी पर्व पर लोगों ने इस गाइडलाइन का पालन किया। महिलाओं ने घर पर ही विभिन्न पकवान बनायें और नाग देवता की पूजा-अर्चना की। कुछ श्रद्धालुओं ने शिव मंदिर पहुंचकर बाहर से ही भगवान शिव के दर्शन किये। सांयकाल कालसर्प दोष के लिए विशेष पूजा भी की गयी। जिन लोगों में इस प्रकार का दोष था उन्होने विशेष पूजन-अर्चन में हिस्सा लिया। सादगी के बीच त्योहार मनाये जाने से बच्चों के बीच मायूसी रही। इस बार उन्हें गुडि़या पीटने का अवसर नहीं मिला। जिसका मलाल बच्चों में देखा गया और वह अपने माता-पिता से जिद करते नजर आये। अभिभावकां ने बच्चों को समझाया। परम्परा के अनुसार देहात क्षेत्रों में महिलाओं व बच्चों ने घर के आंगन, पेड़ों पर झूले डालकर आनन्द लिया। कुल मिलाकर सादगी के बीच नाग पंचमी का त्योहार सम्पन्न हो गया।
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