जिला पंचायत की अवैध वसूली पर लगी रोक

जिला पंचायत की अवैध वसूली पर लगी रोक

जिला पंचायत की अवैध वसूली पर लगी रोक

पी पी एन न्यूज

(कमलेन्द्र सिंह)

खागा/फतेहपुर

क्षेत्र में मोरंग की खदाने चलते ही जिला पंचायत की वसूली होने लगी थी जिसका छेत्रीय मौरंग ढोने वाले ड्राइवरों ने विरोध किया। जिसकी खबर दैनिक भास्कर समाचार पत्र  ने मंझगवां मोरंग खदान में जिला पंचायत का बैरियर लगा की जा रही अवैध वसूली की खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था।

जिसको संज्ञानरत रखते हुए उपजिलाधिकारी प्रह्लाद सिंह ने किशनपुर पुलिस को जिला पंचायत के टेण्डर की जाँच करने के लिये कहा था। उपजिलाधिकारी के आदेशानुपालन में किशनपुर थानाध्यक्ष पंधारी सरोज ने खदान संचालक से जिला पंचायत  के टेण्डर स्वीकृत होने की पत्रावलियां दिखाने के लिये कहा। लेकिन खदान संचालक एक भी दस्तावेज नहीं दिखा सका। जिस पर हरकत में आई क्षेत्रीय पुलिस ने जिला पंचायत की अवैध वसूली बंद करा दी। और खदान संचालक द्वारा लगाए गये जिला पंचायत के बैरियर को उखाड़ कर फेंक दिया।

जनपद में मोरंग गिट्टी ढोने वाले वाहनों से जिला पंचायत के नाम पर वसूली का टेंडर वर्ष 2019-20 में 31 मार्च तक हुआ था जिसके बाद जिला पंचायत कार्यालय द्वारा ठेकेदार को जून माह 2020 को नोटिस देकर सूचना दी गई आप का टेंडर खत्म हो रहा है अतः अपने ठेके का नवीनीकरण कराए।

परंतु किसी भी ठेकेदार द्वारा धनराशि जमा नहीं की गई और मौरंग खदान चलते ही ठेकेदार द्वारा नवंबर माह में मझिगवा मोरम खदान में जिला पंचायत के नाम पर पुरानी पर्चियों से वसूली शुरू कर दी गई।  जिसका वाहन चालकों ने विरोध किया था। जिसकी खबर दैनिक भास्कर समाचार पत्र में प्रकाशित हुई तो क्षेत्रीय प्रशासन हरकत में आया और रविवार को जिला पंचायत के नाम पर हो रही अवैध वसूली को तत्काल प्रभाव से रोकवा दिया। और खदान संचालक को  जिला अधिकारी का आदेश न मिलने तक वसूली न करने की चेतावनी देते हुए अन्यथा की दशा में सख्त कार्यवाही का निर्देश दिया।

यहां पर बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर 3 से 4 दिन जिला पंचायत के नाम पर वसूली क्यों और किसने संरक्षण में हुई क्या इस वसूली की भरपाई होगी। या केवल अवैध बैरियर को बंद करवा महज खाना पूर्ति की जाएगी। क्यों कि लोगों की माने तो इन करतूतों की असली वजह जिला पंचायत के अवैध तथा कथित वसूली ठेकेदार को जिले की राजनीति में महती भूमिका निभाने वाले एक सफेदपोश का संरक्षण है।

पंधारी सरोज ने बताया क्षेत्र में जिला पंचायत के नाम पर हो रही वसूली पर तत्काल रोक लगाई गई है। रविवार देर शाम तक  जिला प्रशासन द्वारा जारी किया गया कोई भी निर्देश खदान संचालक अथवा वसूली ठेकेदार नहीं दिखा सके।

वहीं उपजिलाधिकारी प्रह्लाद सिंह ने कहा कि पूरे मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। जाँच के आधार पर दोषीजनों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। नियम और कानून के विरुद्ध कोई भी कार्य बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

भले ही कोई कितना भी रसूखवाला क्यों ना हो।

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