अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर प्रतापगढ इकाई ने जिलाधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन, सौंपा गया ज्ञापन
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 14 October, 2020 16:47
- 648

प्रतापगढ
14.10.2020
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर प्रतापगढ इकाई ने जिलाधिकारी कार्यालय पर किया प्रदर्शन,सौंपा गया ज्ञापन
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर आज जनपद प्रतापगढ़ में अखिल भारतीय किसान सभा जिला इकाई प्रतापगढ़ के बैनर के तले जिला अधिकारी कार्यालय प्रतापगढ़ पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया।उल्लेखनीय है कि विगत दिनों केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि विधेयकों को संसद में हुआ किसानों के भारी विरोध के बावजूद पारित किए जाने की घोषणा कर दी गई। ज्ञापन में इसका उल्लेख करते हुए कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत ही अलोकतांत्रिक व मनमाने ढंग से बिना मतदान कराए कृषि विधेयकों को पास कराए जाने की घोषणा कर दी गई। कृषि विधेयक पूरी तरह किसान विरोधी हैं न केवल किसान विरोधी हैं इससे आम जनमानस को भी नुकसान होगा। ज्ञापन में कहा गया कि विधेयक के पारित होते ही अनेक खाद्य पदार्थ के मूल्य आसमान छूने लगे हैं और इसका लाभ किसानों को कदापि नहीं मिल रहा है तीनों ही विधेयक क्रमशः कृषि उपज व्यापार वाणिज्य संवर्धन व सुविधा बिल, मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता बिल, आवश्यक वस्तु संशोधन बिल पूरी तरह किसान विरोधी हैं और देश भर में किसान इसका विरोध कर रहे हैं। ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय से मांग की गई कि वे केंद्र सरकार को निर्देश दिए कि इन विधेयकों को वापस लिया जाए ज्ञापन में किसानों को मुफ्त बिजली दिए जाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को पूर्ण रुप से लागू किए जाने की भी मांग की गई। ज्ञापन उप जिलाधिकारी ने प्रदर्शन स्थल पर आकर लिया ज्ञापन को किसान सभा के जिला महामंत्री निर्भय प्रताप सिंह ने पढ़कर सुनाया। प्रदर्शन में किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री रामबरन सिंह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी के वरिष्ठ नेता लालबहादुर तिवारी, मजदूर नेता हेमंत नंदन ओझा उपस्थित थे। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से राजमणि पांडेय, आरडी यादव, आशुतोष शुक्ला,देवेंद्र शुक्ला एडवोकेट, के के पांडेय एडवोकेट, निगम सिंह,संतलाल, चंद्र भुवन, रामस्वरूप पाल, राम पूजन पटेल, रामाधार यादव आदि प्रमुख रूप से थे।
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