प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यों कहा कि मैं प्रार्थना करता हूँ, आपके लिए भी प्रार्थना करता हूँ,

प्रकाश प्रभाव न्यूज़
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्यों कहा कि मैं प्रार्थना करता हूँ, आपके लिए भी प्रार्थना करता हूँ,
अनलॉक २ के शुरुआत होते ही मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित किया। इस सम्बोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना काल में हर हाल में नियमों का पालन होना चाहिए लॉक डाउन के समय लोग ज्यादा सावधानी बरतते थे लेकिन इस अनलॉक के दौरान लोग पहले जैसे सचेत नहीं रह गए है, लोगों को पहले से ज्यादा अब सचेत रहने की जरूरत है। हमें सतर्कता बरतनी होगी। पीएम मोदी ने कहा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13000 हजार रुपये का जुर्माना इसलिए लग गया क्योंकि उन्होंने मास्क नहीं पहना था। प्रधानमंत्री ने कहा कि मै फिर से एक बार आप सब से प्रार्थना करता हूँ, आपके लिए भी प्रार्थना करता हूँ, आपसे आग्रह भी करता हूँ , आप सभी स्वस्थ रहिए, दो गज की दूरी का पालन करते रहिए, गमछा , फेस कवर, मास्क ये हमेशा उपयोग कीजिये, कोई लापरवाही मत बरतिए।
भारत में गांव का प्रधान हो या फिर देश का प्रधान मंत्री कोई भी नियमों से ऊपर नहीं।
'कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ते लड़ते हम अनलॉक-2 में प्रवेश कर रहे हैं। साथ ही हम उस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं जिसमें सर्दी, जुकाम बढ़ जाते हैं, इसलिए आप सबसे अपील है कि खुद का ख्याल रखें। कोरोना से होने वाली मौत की दर देखें तो दुनियाभर के देशों की तुलना में भारत बेहतर स्थिति में है। यह समय पर लिए गए लॉकडाउन के फैसले के कारण हुआ है'
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया. बीते 3 महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं । इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
पीएम मोदी ने एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा, मॉनसून के दौरान भारत में सबसे ज्यादा खेती का काम होता है. ऐसे में सरकार ने फैसला किया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का विस्तार होगा और इसके तहत नवंबर तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज दिया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, 'आज मैं इसी से जुड़ी एक महत्वपूर्ण घोषणा करने जा रहा हूं. हमारे यहां वर्षा ऋतु के दौरान और उसके बाद मुख्य तौर पर एग्रीकल्चर सेक्टर में ही ज्यादा काम होता है. अन्य दूसरे सेक्टरों में थोड़ी सुस्ती रहती है। जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का भी माहौल बनने लगता है। त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानि नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया जाए.'
उन्होंने आगे कहा, '80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली ये योजना अब जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर और नवंबर में भी लागू रहेगी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए हो जाता है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में जुलाई से नवम्बर तक के सभी त्योहारों का नाम भी लिया।
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