ठण्ड में ब्रेन स्ट्रोक से कैसे बचें

ठण्ड में ब्रेन स्ट्रोक से कैसे बचें

PPN NEWS

ठण्ड में ब्रेन स्ट्रोक से कैसे बचें 

जो 

👉बीपी की दवा लेते हैं I

👉जिनका कोलेस्ट्रॉल हाई रहता है I

👉जिन्हें पहले ब्रेन स्ट्रोक आ चुका है और एस्प्रिन दवा ले रहे हैं I

👉जिनकी उम्र ज्यादा है I

👉जिन्हें हार्ट की बीमारी है I


ऐसे लोगों को में ठंड के दिनों में  ब्रेन स्ट्रोक/लकवा  का खतरा बढ़ जाता हैI 

आज के पोस्ट में देखते हैं की कैसे हम इन खतरों से बच सकते है I

ब्रेन स्ट्रोक/लकवा क्या है ?


स्ट्रोक भारत में मौत का दूसरा बड़ा कारण है। आमतौर पर स्ट्रोक दो तरह के होता है। पहला इस्केमिक स्ट्रोक और दूसरे हैमरेज। ब्लड क्लॉट में ब्रेन के नसे सूख जाती है और दूसरे में ब्रेन में हेमरेज हो जाता है। 


ब्रेन स्ट्रोक को कैसे पहचाने ?


ब्रेन स्ट्रोक के बाद , हर 1 मिनट में 19 लाख न्यूरॉन्स नष्ट होते हैं,और जान का खतरा बढ़  जाता हैI

समय रहते( 4 घंटे के अंदर)अगर स्ट्रोक के लक्षण (BE FAST), को पहचान कर अगर अस्पताल पहुंचा जाए तो बहुत हद तक इसे रोका जा सकता हैI


B- बैलेंस (Balance)- स्ट्रोक पीड़ित व्यक्ति अपने शरीर पर बैलेंस खो देता हैI

E-आईज (Eyes)- अगर व्यक्ति को एक आंख या दोनों आंखों से अचानक धुंधला दिखाई देने लगे या दिखाई ही ना दे, तो समझ लें कि ये स्थिति स्ट्रोक से जुड़ी हो सकती हैI

F-फेस (Face)- स्ट्रोक में फेस यानी चेहरा एक तरफ मुड़/टेढ़ा जाता हैI.

A-आर्म्स (Arms)- स्ट्रोक में बांहे यानी बाजू शिथिल यानी ढ़ीले (Loose) हो जाते हैं, और उन्हें ऊपर उठाने में दिक्कत होती है. साधारण भाषा में कहें तो उनमें जान नहीं रहती है.

S-स्पीक (Speak)- स्ट्रोक में पीड़ित को बोलने में परेशानी होती है, उसकी जुबान लड़खड़ाने लगती है.

T-टाइम (Time)- स्ट्रोक में सबसे अहम है टाइम. स्ट्रोक होने पर टाइम बर्बाद ना करते हुए मरीज को तुरंत ही अस्पताल पहुंचाएंI


सर्दी के वक्त किन बातों का रखें ध्यान


ब्लड प्रेशर और हाई डायबिटीज के पेशेंट विशेष सावधानी बरतें। अपने फिजीशियन से दवाओं की डोज सेट कराएं।


सुबह के वक्त अचनाक बेड से उठकर बाहर की ओर न जाएं। थोड़ी देर बॉडी की माहौल के हिसाब से ढलने दें।


गुनगुना पानी पिएं। ऐसे ही पानी से नहाएं भी।


बहुत सुबह मॉर्निंग वॉक पर न निकलें। हल्की धूप निकलने पर जाएं।


बुजुर्ग गर्म कपड़े ज्यादा देर के लिए न उतारें।


दो पहियावाहन सवार हैं तो हेलमेट जरूर पहनें।


हवा से बचने के इंतजाम रखें।


बीपी,शुगर ,एस्प्रिन आदि चलने वाली दवाइयां को 1 दिन भी ना छोड़े ,उसे सही समय पर लेते रहें I


ऐसे ही स्वास्थ्य संबंधित साइंटिफिक जानकारी के लिए फॉलो करें  @drvikas1111 

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *