यूरिया खाद न मिलने से किसान परेशान

यूरिया खाद न मिलने से किसान परेशान

यूरिया खाद न मिलने से किसान परेशान

मोहनलालगंज

शशांक मिश्रा

मोहनलालगंज , लखनऊ ।विकास खंड  मोहनलालगंज में लगने वाली दर्जनों पंचायतो में बनी साधन सहकारी समितियों में खाद का अकाल है और किसान यूरिया खाद की किल्लत को लेकर खाशे परेशान है और समितियों के सचिवो सहित अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के दफ्तरों की ड्योढ़ी के चक्कर काट काट कर थक चुके है ।मोहनलालगंज विकास खंड क्षेत्र में  जिम्मेदार किसानों को  कोरा आस्वाशन देकर अपना अपना पल्ला झाड़ रहे है । 

यूरिया न मिल पाने से धान की फसल हो रही बेजान ,

  किसानों की माने तो इस समय धान की फसल गाले (फूलने)  लगी है और लहलहा रही है यदा कदा बरसात भी हो जाती है लेकिन यूरिया खाद की किल्लत के चलते धान की फसल चौपट हो रही है ।सरकार के दावे हवा हवाई साबित हो रहे है , किसान बाजारों से  खाद खरीदकर अपनी अपनी फसलो में डालने को विवश व मजबूर है । बात चाहे साधन सहकारी समिति गौतमखेड़ा की हो या फिर सिसेंडी , मऊ , धनवारा , फत्तेखेड़ा , निगोहां , लालपुर या गौरा की हो सभी समितियों पर यूरिया खाद का अकाल है और किसान समितियों की चक्कर लगाते लगाते थक चुके है। जिम्मेदार बस एक दो दिन में खाद मयस्सर का हवाला देकर अपना अपना पल्ला झाड़ लेते है । 

  क्या बोले  अधिकारी -----

  उपजिलाधिकारी भी किसानो को यही हवाला दे देती है कि बस दो चार दिन में खाद की किल्लत दूर हो जाएगी , एडीओ भी दो चार दिन में खाद आने की बात किसानों से कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे है । 

 किसानों का आरोप है कि सरकार दावा कर रही है कि खाद की कमी नहीं, आखिर यूरिया खाद गयी कहा , मोहनलालगंज के हजारो गांवो के किसानों का आरोप है कि आखिर यूरिया खाद गयी कहा और क्यो नही मिल  पा रही,  किसानों की समस्यायों को अधिकारी खाद की किल्लत को लाख कोशिशों के बावजूद दूर नही कर पा रहे है और किसान बाजारों से मंहगे दामो पर यूरिया खरीद कर अपनी अपनी खरीफ की फसल में डालने को विवश व  मजबूर है । 

जब यूरिया नही मिल पाती तो अन्य खादे खरीफ की फसलो में डाल रहे है अधिक जेब ढीली कर किंतु परिणाम सन्तोष जनक न मिल पाने से किसानों के माथे पर बल और चेहरों पर पसीना साफ झलक जाता है।  दिन रात खेतो की रखवाली कर किसी प्रकार घुमन्तु पशुओ से किसान अपनी अपनी फसले बचा रहा है । 

किसानों की माने तो आखिर कब तक मिल सकेगी उन्हें यूरिया खाद क्योकि हर बार हर साल धान की फसल के समय यूरिया व गेंहू की फसल के स मय  डीएपी खाद की किल्लत किसानों के लिए मुसीबत का सबब बन चुकी है और किसान खाद की कमी को दूर करने की फरियाद जिम्मेदार अधिकारियों से करते हैं।

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