हमे लोगो को स्वस्थ्य रखना है उनके जीवन की रक्षा करनी है-जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी

हमे लोगो को स्वस्थ्य रखना है उनके जीवन की रक्षा करनी  है-जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी

prakash prabhaw news

कानपुर नगर।


हमे लोगो को स्वस्थ्य रखना है  उनके जीवन की रक्षा करनी  है-जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी



Report-Surendra Shukla, bureau 


जिलाधिकारी डॉ0 ब्रह्म देव राम तिवारी ने बताया कि  कानपुर नगर के प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में चिकित्सा के बारे में जिला प्रशासन की पहल पर सभी प्राइवेट नर्सिंग होम में चिकित्सा संबंधित सेवाएं शुरू की है । इन सभी को  इंफेक्शन कन्वेंशन की ट्रेनिंग  भी दी गई है। आईपीसी की और सब को इसके बारे में सेन्सटाईज किया गया है कि कोविड-19 के दृष्टिगत किस तरह के प्रकाशन ले करके उन्हें इलाज करना है। सभी  अस्पताल संचालको से जिलाधिकारी महोदय ने अनुरोध  करते हुए कहा  कि आप के यहां जो भी पेशेंट आ रहा है कोविड  प्रोटोकॉल के तहत उसको एडमिट करें उसका इलाज करें आप स्वयं अपनी  सुरक्षा के मानक के हिसाब से  एडमिट करें। जिससे यदि कोई टेस्ट के बाद कोई मरीज पॉजीटिव आता है तो आप उस एरिया को सैनसटाइज कर ले । कुछ समय के लिए बंद करना चाहे तो बंद कर सकते हैं अपनी और अपने स्टाफ की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखें  ।

जहां तक ओपीडी का  सवाल है नॉर्मल ओपीडी इन जर्नल बहुत अधिक एडवाइजर नही है  लेकिन यदि कही  क्रिटिकल केसेस  आ रहे हैं तो एक डॉक्टर की ओर से और मानवता भी यह कहती है कि ऐसे लोगो  को ईलाज के लिए एडमिट कराया जाये। उन्होंने सभी नर्सिंग होम, अस्पतालों के संचालकों से अपील करते हुए कहा कि आप लोग अपने अपने नर्सिंग होम, अस्पतालो में पूरे मानक को पूर्ण करते हुए एक आइसोलेशन वार्ड भी जरूर बनाए। जिसमे सिक्योरटी मेजर  इंफेक्शन प्रवेंशन को सुनिश्चित रखते हुए बनाए साथ ही अपने स्टाफ को और भी अधिक सेंसटाइज करें।

उनको ट्रेनिंग देते रहें साथ ही जहां तक हो सके  कोविड के लिए प्राइवेट लैब की सुविधा भी कानपुर में उपलब्ध है तो वहां से भी आप टेस्ट  करा सकते हैं यदि कोई क्रिटिकल दिखता है  या कोई बहुत अधिक सस्पेक्टेड हो तो आप अपने निर्णय ले सकते या स्वास्थ्य विभाग से भी सम्पर्क कर उनका सैम्पल करा सकते है कि जिससे उसका परीक्षा होने के  बाद यदि वह बहुत क्रिटिकल स्थिति में नहीं है  तो उतने समय के लिए उसे  आइसोलेशन में रखकर उसका इलाज किया जा सके अन्यथा ऐसे जो मरीज क्रिटिकल लग रहे हो उन्हें मेडिकल कॉलेज में भी रिफर किया जा सकता है किंतु जो गंभीर बीमारियां है  जैसे डायलेसिस के केस हो, प्रसूता के मामले हो, हार्ड अटैक के मामले हैं या कैंसर के मामले हैं , साथ ही जो आपके रेगुलर पेशेंट हो आप इनको रिफ्यूज़ ना करें उनका इलाज करें । 

उन्होंने कहा कि  जिला प्रशासन की तरफ से मै  आश्वासन  करना चाहता हु कि किसी अस्पताल के ऊपर या इस कारण कि वहां पॉजीटिव  मरीज  आ गया है, के आधार पर  उसके ऊपर कोई कार्यवाही नही की जाएगी । हमे लोगो को स्वस्थ्य रखना है  उनके जीवन की रक्षा करनी  है ,इसके लिए जिला प्रशासन , चाहे वह सरकारी व  प्राइवेट  सब मिल कर टीम के साथ  कार्य करते हुए हमें अपने शहर को शहर के लोगो को स्वास्थ्य रखते हुए उनकी  रक्षा करनी है । उन्हें बेहतर से बहेतर इलाज दिलाना  है। कोविड 19 के दौर में लोगो को ईलाज मिलता रहे इसके  लिए टीम के रूप में प्राइवेट व सरकारी मशीनरी मिल कर कार्य करें।

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