जिला सेवा विधिक प्राधिकरण के सचिव ने वृद्धाश्रम का किया वर्चुअल निरीक्षण एवं जागरूक
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 28 January, 2022 20:51
- 452

प्रतापगढ
28.01.2022
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने वृद्धा आश्रम का किया वर्चुअल निरीक्षण एवं जागरूक
उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के दिशा निर्देश व माननीय जनपद न्यायाधी/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संजय शंकर पाण्डेय के निर्देशन में आज चिलबिला स्थित वृद्धा आश्रम का जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नीरज कुमार त्रिपाठी ने वर्चुअल निरीक्षण किया तथा वृद्ध व्यक्तियों को उनके अधिकारों से सम्बन्धित विधिक जानकारी दी गयी। इस दौरान सचिव ने वृद्धा आश्रम में रह रहे वरिष्ठ नागरिकों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली और आश्रम के साफ-सफाई का निर्देश सम्बन्धित को दिया। प्रबन्धक को यह भी निर्देश दिया गया कि वृद्धा आश्रम में रह रहे वृद्ध व्यक्तियों को जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक है उन्हे कोविड-19 बूस्टर डोज लगवायी जाये। इस अवसर पर सचिव द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया। उन्होने कहा कि 60 वर्ष से अधिक व्यक्तियों को सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित करने के लिये कानून बनाया गया है। इसका लाभ आप लोगों को लेना चाहिये। माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक का भरण पोषण एवं कल्याण अधिनियम 2007 में दी गयी व्यवस्थाओं के प्रति जागरूक करते हुये कहा कि किसी भी माता पिता या वरिष्ठ नागरिक को कोई समस्या उसके परिजनों द्वारा उत्पन्न की जाये तो उसकी सीधी शिकायत सम्बन्धित उपजिला मजिस्ट्रेट से करनी चाहिये। पैनल अधिवक्ता विश्वनाथ त्रिपाठी ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वृद्धों को उनकी समस्याओं के निस्तारण हेतु निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध करायी जाती है। इस अवसर पर प्रबन्धक द्वारा जानकारी दी गयी कि वृद्धा आश्रम में आज कुल 71 वृद्ध है जिनमें 49 पुरूष एवं 22 महिलायें है। प्रबन्धक द्वारा यह भी बताया गया कि सभी वरिष्ठ नागरिकों को कोविड-19 की दोनो डोज दी जा चुकी है। वृद्धा आश्रम में रह रहे लोगों को देखने के लिये जिला चिकित्सालय से चिकित्सक नियमित रूप से नही आते है। कभी-कभी कोहड़ौर से एक आयुर्वेद चिकित्सक अपनी इच्छानुसार आ कर वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य सम्बन्धी जांच करते है और आवश्यकतानुसार दवा देते है और उपचार करते है।
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