थरियाँव पुलिस की निष्क्रियता के चलते, अपराधियों के हौसले बुलंद।

थरियाँव पुलिस की निष्क्रियता के चलते, अपराधियों के हौसले बुलंद।
*अपराधियों में नहीं है पुलिस का खौफ, राह चलते युवक से विलन्दा बाईपास मे छीनी मोटर साइकिल।*
*पी पी एन न्यूज*
*( कमलेन्द्र सिंह)*
थरियांव/ फतेहपुर
थरियाँव थाने में अपराध इस समय सर चढ़कर बोल रहा है ।जहां एक ओर अपराधों के सिलसिले को लेकर पूरे जिले में थरियाँव एक अपनी अलग पहचान बना चुका है ।वही मर्डर हत्या के बाद द्दिनैती की घटनाएं अपने आप में एक सवालिया निशान खड़ी कर रही हैं ।थरियाँव पुलिस हाथ में हाथ धरे बैठी है। पिछले लगभग एक वर्ष पूर्व अपराधियों ने थरियांव के पूर्वी बाईपास में एक मोटरसाइकिल छीनकर एक बड़ी घटना को अंजाम दिया था। जिसमें स्स . ओ . श्रवण कुमार सिंह ने एक अभियान चलाकर लगभग 6 लोगों को जेल भेजा था ।तब से आज तक धिनैती की घटनाओं में विराम लग चुका था । जैसे ही अपराधी छूट कर आए हैं वैसे ही क्षेत्र में अपराध बढ़ना शुरू हो गया है। उसी का नतीजा रहा कि 31 तारीख की शाम को मीरपुर मजरे साँतो धरमपुर निवासी राकेश चौहान साँतो से कबीरपुर जा रहा था ।जिसे बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने सुनसान इलाके बिलंदा बाईपास में समय करीब 8:00 बजे हथियारों से लैस बाइक को खड़ी करा लिया और बाइक सवार व्यक्ति पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडों से प्रहार करने लगे ।व्यक्ति को अपने कब्जे में लेकर पर्स में पड़े ₹9500 रू वमोबाइल और कब्जे से टीवीएस विक्टर मोटरसाइकिल छीन ले गए ।जब तक पुलिस को सूचित करता हमलावर मौके से फरार हो गए ।हमलावर इतना ही नहीं दो मोटरसाइकिल में सवार 6 लोग थरियाँव के पश्चिमी बाईपास में पिंटू निवासी धर्मदासपुर अपनी बाइक से थरियाँव कस्बे से अपने गांव धर्मदासपुर आ रहा था। रास्ते में उसे रोककर उस व्यक्ति से उन्होंने ऱ्हस्वा जाने के लिए रास्ता पूछा ।जब तक उन्हें रास्ता बता पाता। नकाबपोश हमलावरों ने उस पर हमला कर दो-तीन डन्डो से प्रहार किया। जब तक उसे बाइक छीन पाते ।उससे पहले वह व्यक्ति जोर-जोर से चिल्लाने लगा ।तो वहीं पास के ही गांव के लोग दौड़े बाइक चोरों को दौड़ाया गया । और हमलावर इस घटना को अंजाम देने में असफल रहे ।अब देखना यह है कि थरियाँव पुलिस इस घटना को खुलासे के अंजाम तक पहुंच पाती है ।कि यूं ही फाइलों में दफना दिया जाएगा । एस . ओ . विनोद विनोद कुमार का कहना है कि मामला संज्ञान में है तहरीर मिली है अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।
Comments