एटीएम हैकर गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार- 14250/-रु0 नगद व अन्य सामान बरामद बरामद बरामद
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 23 July, 2020 09:10
- 852
प्रतापगढ़
23. 07. 2020
रिपोर्ट --मो. हसनैन हाशमी
एटीएम हैकर गैंग के दो सदस्य गिरफ्तार-- 14,250/-रु0 नगद व अन्य सामान बरामद
पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ़ अभिषेक सिंह के कुशल निर्देशन में दिनांक 22.07.2020 को जनपद के थाना लालगंज पुलिस व एसटीएफ यूनिट प्रयागराज की संयुक्त पुलिस टीम को । ATM हैकर गिरोह के 2 सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक अदद लैपटाॅप, एक अदद BTMSR कार्ड राइटर, एक अदद स्कीमर केबल, एक अदद ब्लू टूथ डोंगल, 5 ATM CARD , 4 अदद मोबाइल फोन, एक अदद नेक्सन कार व 14,250/-रु0 नगद बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। 01. पंकज कुमार यादव पुत्र विजय कुमार नि0 सराय लोहंगराय थाना जेठवारा जनपद प्रतापगढ़।02. रेहान पुत्र रूकमुद्दीन नि0 पूरे धूप खटवारा थाना जेठवारा जनपद प्रतापगढ़ पुलिस अधीक्षक प्रतापगढ अभिषेक सिंह के निर्देश पर जनपद प्रतापगढ मे हुई अपराधिक वारदातो के अनावरण व सक्रिय अपराधियो के विरुद्ध कार्यवाही के अभियान के अन्तर्गत जनपद की स्वाट टीम व स्थानीय पुलिस द्वारा लगातार सूचना संकलन किया जा रहा है।
इसी क्रम मे अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी श्री दिनेश कुमार द्विवेदी व क्षेत्राधिकारी लालगंज के निकट पर्यवेक्षण मे दिनांक 22.07.2020 को प्रभारी निरीक्षक लालगंज श्री राकेश भारती मय हमराह व एसटीएफ यूनिट प्रयागराज के उ0नि0 रणेन्द्र कुमार सिंह मय टीम द्वारा मुखबिर खास की सूचना पर थाना क्षेत्र लालगंज के रानीगंज कैथोला से 02 शातिर एटीएम हैकर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से उपरोक्त बरामदगी की गई। पुलिस द्वारा की गयी पूछताछ मे गिरफ्तार अभियुक्तों द्वारा बताया कि पिछले कई वर्षों से हम लोग आसपास के जनपदों प्रतापगढ़, प्रयागराज, वाराणसी, लखनऊ व सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों को झासा देकर एटीएम डेविड कार्ड हथिया कर फर्जी तरीके से उनका क्लोन तैयार कर लोगों के खातों से पैसा निकालने का काम करते हैं।
हमारे गिरोह के लोग ऐसे एटीएम बूथ की तलाश करते हैं जहां गार्ड नियुक्त न हो और वहां पैसा निकालने वालों की भीड़ रहती हो, वहां पहुंचकर हम लोग ऐसे लोगों को निशाना बनाते हैं जो देखने में कम पढ़े लिखे/ग्रामीण परिवेश के हों, ऐसे व्यक्तियों के पीछे खड़े होकर उनकी मदद करने के नाम पर या किसी अन्य तरह से उनका एटीएम कार्ड हाथ में लेकर, पहले से अपने हाथ में छुपाये एटीएम कार्ड स्कीमर/रीडर को स्कैन कर लेते हैं हमारा दूसरा साथी इसी बीच चोरी से कार्ड धारक का पिन कोड देख लेता है, बाद में कार्ड स्कीमर/रीडर को लैपटाप से जोडकर सम्बन्धित कार्ड का डाटा लैपटाप में पहले से इन्सटाल मिनी सिरीयल साफ्ट टूल के माध्यम से ट्रान्सफर कर लेते हैं तथा मैग्नेटिक एटीएम कार्ड रीडर/राइटर के माध्यम से क्लोन तैयार कर लेते है उसके बाद एटीएम बूथ में जाकर रूपये निकाल लेते हैं।
बरामद चिमटी के बारे में बताया कि इससे एटीएम मशीन के रूपया निकालने वाले स्लाट में अवरोध उत्पन्न हो जाता है जिससे रूपया बाहर नही निकल पाता है जब वह व्यक्ति वापस चला जाता है और एटीएम बूथ पर कोई नही रहता तो अकेले में जाकर इस चिमटी को बाहर निकाल लेते हैं और इसमें फंसा हुआ रूपया बाहर आ जाता है। पिछले कई वर्षों से हम लोग गिरोह बनाकर अपने आर्थिक व भौतिक लाभ के लिये इन्ही तरीकों से एटीएम फ्राड करके एटीएम धारक व्यक्तियों का लाखो रूपये निकाल चुके हैं।
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