सियासी जंग में सोशल मीडिया बना हथियार

सियासी जंग में सोशल मीडिया बना हथियार

प्रतापगढ 



30.01.2022




रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी




सियासी जंग में सोशल मीडिया बना हथियार



प्रतापगढ जनपद के रानीगंज विधान सभा क्षेत्र से सपा प्रत्याशी की घोषणा होने और पूर्व मंत्री के भाजपा में शामिल होने के बाद इलाके का सियासी तापमान दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। एक दूसरे के समर्थक सोशल मीडिया को हथियार बनाकर विपक्षी पर आरोपों की जमकर बौछार कर रहे हैं। सपा प्रत्याशी के साथ ही वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री पर भी सोशल मीडिया में हमले तेज हो गए हैं।रानीगंज विधानसभा सीट से 2012 में विधायक बनने के बाद सपा सरकार में मंत्री रहे प्रो. शिवाकांत ओझा के भाजपा में शामिल होने से इलाके में सियासी चर्चाओं और अटकलों ने पहले ही जोर पकड़ लिया था। वहीं समाजवादी पार्टी ने रानीगंज से विनोद दुबे को प्रत्याशी बनाया तो अचानक इलाके की राजनैतिक सरगर्मी और बढ़ गई। अभी तक भाजपा ने इस सीट से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है जिससे सियासी अटकलबाजी तेज हो चुकी है।

फिलहाल प्रो. ओझा के समर्थकों ने सपा नेतृत्व के साथ ही प्रत्याशी बनाए गए विनोद दुबे पर सोशल मीडिया के जरिए हमला बोल दिया है। फेसबुक, व्हाट्सए्प ग्रुपों में विनोद दुबे की प्रो. शिवाकांत ओझा और विधायक धीरज ओझा के साथ पुरानी फोटो तथा आक्रामक भाषण के वीडियो जमकर वायरल किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सपा प्रत्याशी का आपराधिक रिकार्ड भी वायरल हो रहा है। उधर प्रो. शिवाकांत ओझा के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके विरोधी फेसबुक पर जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। एक फेसबुक एकाउंट से पोस्ट किया गया कि शिवाकांत दलबदलू और मतलबी नेताओं में से एक हैं। जब पार्टी बुरे दौर में चल रही थी तब यह मलाई खाने चले गए थे और भाजपा की बुराई करते थे। आज जब सपा ने इनको बाहर का रास्ता दिखा तो बाप, बेटे चल दिए कि चलो अब भाजपा से ही टिकट मिल जाए। पार्टी को ऐसे नेताओं को कभी टिकट नहीं देना चाहिए। नहीं तो इसका खामियाजा भी भरना पड़ सकता है पार्टी को। वहीं कुछ अन्य फेसबुक एकाउंट से रानीगंज में दलबदलुओं और बाहरियों का लगा है जमावड़ा। इन सभी से रानीगंज को बचाना है और नया रानीगंज बनाना है पोस्ट किया गया है। फेसबुक पर विधायक धीरज ओझा के खिलाफ भी कुछ लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। एक फेसबुक एकाउंट की पोस्टम में कहा गया है कि धीरज ओझा तुम्हारे विनाश का डंका बज चुका है। फड़फड़ाना बंद कर दो। बाकी तुम्हे हम ही कानून का पाठ पढ़ाने का काम करेंगे।

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