ग्रामीणों के अधूरे पड़े शौचालय तो कैसे जाये शौच
ग्रामीणों के अधूरे पड़े शौचालय तो कैसे जाये शौच।
महमूदाबाद , सीतापुर।
जनपद सीतापुर में तहसील व विकास खण्ड महमूदाबाद की ग्राम पंचायत भरहर मऊ मजरे बाकर पुर ( पैंतेपुर देहात) के निवासियों को स्वच्छता अभियान योजना के तहत कुछ ग्रामीणों को लाभान्वित किया गया था। लेकिन वहीं पर देखा जाए तो प्रतिनिधियों एवं कुछ अधिकारियों के चलते ग्रामीण खुले में शौच जाने के लिए विवश होते नजर आ रहे है। गांव के अंदर शौचालय तो बने हुए हैं लेकिन लगभग कुछ शौचालय अभी भी अधूरे पड़े हुए हैं। सरकार से प्राप्त अपनी धन राशि का पूर्ण रूप से उपयोग ना होने व शौचालय निर्माण कार्य पूर्ण न होने के कारण ही ग्रामीणों ने बाहर शौच जाने को अपना विवश बताया है। क्योंकि कुछ भी शौचालय का टैंक नहीं बना।
तो किसी में सीट नहीं रखी गई। और किसी की सीट व दीवार दोनों बन गई हो । तो उस शौचालय में दरवाजे की व्यवस्था नहीं है।
गांव की प्रेमा देवी का कहना है कि उनका बाहर शौच जाना शौचालय अपूर्ण बना मजबूरी का मुख्य कारण है। क्योंकि उनके यहां शौचालय तो बना है। लेकिन दरवाजा ही नहीं लगाया गया हैं। वही गांव के मैनुद्दीन का कहना है कि उनका जो शौचालय बनवाया गया है।
उसमें किसी भी प्रकार के मानक को ध्यान में न रखते हुए शौचालय निर्माण कार्य को कराया गया है और उनके शौचालय की न्यू भी नही भरवाई गई है और ना ही दरवाजा भी लगाया गया है।
इसी के चलते खुले में ग्रामीणों को शौच के लिए जाना पड़ रहा है ।देखा जाए तो ग्राम पंचायत भरहरमऊ मजरे बाकर पुर के ग्रामीणों को सरकार के द्वारा आवंटित किये शौचालयों में किसी न किसी अधिकारी , कर्मचारी की कमी साफ नजर आ रही है। क्योंकि यदि शौचालय पूर्ण रूप से बन गए होते तो ग्रामीणों को गांव से बाहर शौच के लिए जाना न पड़ता।
रिपोर्ट ब्यूरोचीफ मनोज कुमार सीतापुर।
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