सरकार के दावो पर पानी फेरते नजर आया तहसील तिलोई के काई विद्यालय।

जनपद अमेठी के तहसील तिलोई का एक मामला प्रकाश मे आया है।जिसके बारे मे आप को बताते चलें कि कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन में अमेठी प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थाई स्क्रीनिंग कैंप। कस्तूरबा गांधी सिंहपुर व तिलोई में अव्यवस्थाओं का बोलबाला उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार क्षेत्रीय प्रशासन व ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी है कि ऐसे लोगों की देखरेख पूरी व्यवस्था की जाए लेकिन सरकार के आदेश व निर्देश को ताक पर रखकर उड़ाई जा रही है धज्जियां योगी सरकार के सारे दावे फेल करते हैं क्षेत्रीय प्रशासनिक अधिकारी व ग्राम प्रधान सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी। जो ब्लॉक स्तर पर अस्थाई स्क्रीनिंग सेंटर बनाए गए हैं। वह मात्र केवल नाम के लिए है वहीं कस्तूरबा गांधी तिलोई में अहमदाबाद से आई हुई महिला गीता सरोज पत्नी राकेश सरोज ने बताया कि यहां पर सुबह शाम पूड़ी और आलू की सब्जी मिलता है जब की मै और एक और व्यक्ति यहां पर सुगर के पेसेंट हैं ऐसे में हम सब कितने दिन जिंदा रहेंगे यहां पर हम लोगों को बहुत दिक्कत है छत से पानी टपक रहा है कमरे की पूरी फर्स गीली हो जाती है इसमें जमीन पर बगैर बिस्तर के सोने को मजबूर हैं वही तिलोई क्षेत्र के पूरे दित्तन मजरे पाकरगांव प्राथमिक विद्यालय में चार लोग गुजरात से आए हुए हैं जिनको प्राथमिक विद्यालय में रखा गया है उनकों न तो वहां पर लाइट है न तो मास्क न तो सैनिटाइजर की व्यवस्था है अब अगर बात करें ब्लॉक सिंहपुर के कस्तूरबा गांधी को भी अधिकृत किया गया है लेकिन वहां पर भी किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं हैं।
Comments