सरयू नदी कटान को‌ लेकर मिहींपुरवा तहसील‌ प्रशासन सर्तक

सरयू नदी कटान को‌ लेकर मिहींपुरवा तहसील‌ प्रशासन सर्तक

प्रकाश प्रभाव न्यूज़ 

सरयू नदी कटान को‌ लेकर मिहींपुरवा तहसील‌ प्रशासन सर्तक

रिपोर्ट विशाल अवस्थी


  • नायबतहसील दार संग राजस्व टीम ने करमोहना भादा गांव का किया निरीक्षण
  • एसडीएम ने दिया कटान प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणो को सुरक्षित स्थान पहुंचाने के दिये निर्देश

मिहींपुरवा/ बहराइच- नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों से बहकर आने वाले पानी के चलते घाघरा व सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है जिसके चलते नदी के कटान से सैकड़ो बीघा कृषि भूमि जलमग्न हो गयी तथा दर्जनो घर नदी में समाहित हो गये हैं।

तहसील मिहींपुरवा के सभी प्रशासनिक‌ अधिकारी कटान को लेकर काफी सजग है उपजिलाधिकारी मिहींपुरवा बाबूराम के निर्देश पर मंगलवार को नायब तहसीलदार शशांक नाथ उपाध्याय ने राजस्व टीम के साथ भादा (सरयू) नदी से हो रही भीषण कटानग्रस्त ग्राम करमोहना का दौरा किया तथा लोगो को आपदा के समय बचाव हेतु जागरुक किया। इसी के साथ राजस्व कर्मियों ने नदी के तट पर बसे गांवो‌ के ग्रामीणो को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का प्रबंध भी किया। 

   कटान पीडितों ने प्रशासन के समक्ष अपनी समस्या रखते हुए बताया नेपाल से आने वाली भादा(सरयू) नदी बहुत तेजी से कटान करते हुए गांव से करीब तक पहुंच गयी है जिससे सैकड़ो बीघा कृषि योग्य भूमि नदी में समाहित हो गयी है। ग्रामीणो ने बताया कि एक दिन पूर्व बलहा विधानसभा संयोजक योगेश प्रताप सिंह ने हमारे गांव पहुंच राहत कार्य एंव चौपाल लगाया था जिसमे हमलोगो ने भाजपा नेताओं के माध्यम से प्रशासन से सरयू नदी में ठोकर बनाने की मांग की थी  यदि शासन की ओर से ठोकर बना दिया जाय तो नदी के रुख को मोडकर गांव को कटने से बचाया जा सकता है।

ग्रामीणों की मांग पर नायब तहसीलदार शशांक उपाध्याय ने कहा कि एसडीएम के निर्देश पर इस समय कटान प्रभावित क्षेत्रो में त्वरित सहायता अभियान चलाया जा रहा है ग्रामीणों की मांग से उच्चअधिकारियों को अवगत कराया जायेगा।

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