अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है टेकी पट्टी गाँव की सड़क
- Posted By: MOHD HASNAIN HASHMI
- राज्य
- Updated: 30 January, 2021 20:28
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प्रतापगढ
30.01.2021
रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी
अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही है टेकीपट्टी गांव की सड़क
प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा तहसील के बिहार विकासखण्ड का एक ऐसा गांव जहां के विकास पर न तो सांसद कौशांबी ध्यान दे रहे हैं और न ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों की नजर पड़ रही है। ऐसे में यह गांव विकास के नाम से अधूरा ही नजर आ रहा है।
यह कहानी प्रतापगढ़ जनपद के बिहार विकासखंड के टेकीपट्टी ग्रामसभा के लालगोपालगंज वाया जेठवारा, प्रतापगढ़ मार्ग, कुण्डा मोड़ से निकलने वाली यह सड़क रामदासपट्टी सहित कई गांवों को जोड़ती है जो कई वर्षों से अपनी जर्जर स्थिति व बदहाली पर आंसू बहा रही है। बावजूद इसके इस सड़क पर किसी की नजर नहीं पड़ रही है।
स्थानीय लोगों की मानें तो बीते लगभग 8 वर्ष पहले यह पक्की सड़क बनाई गई थी जो कि बीतते समय के साथ जर्जर हो चुकी है।
लोगों का आरोप है कि यदि ग्राम प्रधान ने कोशिश की होती तो उक्त मार्ग को बनवाया जा सकता था लेकिन अन्य जनप्रतिनिधियों की तरह उउन्होंने भी उदासीनता बरती जिसके चलते उक्त सड़क आज भी अपने दिन बहुरने का इंतजार कर रही है।
यह संपर्क मार्ग लालगोपालगंज वाया जेठवारा प्रतापगढ़ राजमार्ग के कुण्डा मोड़ टेकीपट्टी से निकलकर रामदास पट्टी सहित अन्य गांवों को जाता है। इस मार्ग पर इतनी गंदगी है कि अब पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है। बड़े बुजुर्ग स्कूली बच्चों सभी को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना कर अपने गंतव्य तक इसी जर्जर सड़क से पहुंचना होता है। और टेकीपट्टी की मुख्य बस्ती तक आने-जाने का यही एक मार्ग भी है।
गजब की बात यह है कि इसी मार्ग के समीप से ही लगभग हर रोज क्षेत्र के माननीय जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों का आवागमन होता है लेकिन शायद उनकी नजरों से यह जर्जर रोड दिखाई नहीं पड़ती या शायद देख कर भी यहां के निवासियों की नजरों में अंधभक्त जनप्रतिनिधि बनने की कोशिश कर रहे हैं। शायद लोग सच कहते हैं कि चुनाव के पहले जनता सेवा कर वोट बैंक हासिल करो और चुनाव जीत जाने के बाद सभी बातों को भूल जाओ क्योंकि किसी साहित्यकार ने कहा है कि 'वादे हैं वादों का क्या?' नैतिक आवाज की टीम को स्थानीय लोगों ने बताया कि इस सड़क के निर्माण के कार्य को लेकर यहां के ग्रामप्रधान,सांसद,विधायक सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी व कई बार मीडिया के साथियों सभी को इस बात से अवगत भी कराया गया और पत्राचार भी किया गया लेकिन आज तक कोई नतीजा नहीं निकला सिर्फ आश्वासन मिला। जबकि आप इस सड़क की स्थिति देख रहे हैं यहां सड़क के बगल नाली निर्माण नहीं है जिसकी वजह से सड़क पर घर व बरसात का पानी जमा हो गया है और अब तो सड़क के नाम पर सिर्फ जगह खाली है बाकी सड़क गायब है। यहां की जनता करे भी तो क्या? शायद यह रोड अब किसी बड़ी दुर्घटना या हादसे की गवाह बनेगी तब शायद जनप्रतिनिधि अपनी कुम्भकर्णी की नींद से जागेंगे और तब राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए यहां पहुंचेंगे। यह जर्जर रोड प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से भी कोसों दूर है जहां प्रतापगढ़ जिले के वर्तमान जनप्रतिनिधियों को पहुंचने में काफी लंबा वक्त लग रहा है। कहने को तो मोदी योगी सरकार सड़कों को लेकर बहुत ही संवेदनशील बातें करती है कि उसने पूरे प्रदेश में सड़कों का जाल बिछा रखा है बावजूद इसके बिहार विकासखंड की दर्जनों सड़को का यह हाल है। की यह सड़क पिछले कई वर्षों से अपनी बदहाली पर आँसू बहा रही है और सरकारी दावों की पोल खोलती नजर आ रही है।
अब देखने वाली बात गया है कि आखिर टेकीपट्टी की भोली-भाली जनता की इस परेशानी से निजात कौन दिलाता है।
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