नौबस्ता गाँव के लोग क्षतिग्रस्त एवं गड्ढ़ायुक्त सड़कों से आवागमन करने को मजबूर हैं

नौबस्ता गाँव के लोग क्षतिग्रस्त एवं गड्ढ़ायुक्त सड़कों से आवागमन करने को मजबूर हैं

प्रतापगढ


01.11.2020


रिपोर्ट--मो.हसनैन हाशमी


नौबस्ता गाँव के लोग क्षतिग्रस्त एवं गड्ढायुक्त सड़कों से आवागमन करने को मजबूर हैं


ग्रामीण यूपी में 14 वर्ष के वनवास के बाद सत्ता में लौटी बीजेपी सरकार बनते ही अपने वादे भूल गयी। सीएम बनते ही योगी आदित्यनाथ ने दो माह में सड़कों को गड्ढ़ामुक्त करने का दावा किया था और आदेश भी हुआ लेकिन सब कागज में सिमट कर रह गया। अब तो हद ही हो गयी है शहर से लेकर गांव तक सड़के टूटी हुई हैं और बद से बदतर हो गया है। टूटी और गड्ढा युक्त सड़क से गाँव के लोग आने जाने के लिए मजबूर और लाचार हैं और यह सड़क नौबस्ता ही नही अपितु चार- पाँच समीप गांव के लोग इसी रास्ते होकर जाना पसन्द करते हैं किंतु तीन सालों से जर्जर युक्त सड़क से जाना लोगों की मजबूरी बन गई है। सब मिलाकर व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी है और सरकार और संबंधित विभाग के आला अधिकारी लोग मौन हैं। बता दें कि यह सड़क जिला पंचायत द्वारा बनाई गई थी किंतु बनने के बाद बड़ी मुश्किल से एक ही साल में अस्थिपंजर जैसा नजारा देखने को मिला खबर उठाने के बावजूद भी न कोई जाँच हुई और न ही कोई गाँव को संतुष्टि मिली l कुछ जगह पैचिंग कर सिर्फ लाखों रूपये भुगतान कराया गया। सरकार अब तक सड़कों की सूरत नहीं बदल सकी। सरकार आदेश तो करती है किंतु धरातल पर कुछ होता है ही नहीl सरकार ने सड़कों को गड्ढ़ा मुक्त करने का निर्देश दिया तो उम्मीद जगी लेकिन सरकार नौकरशाही पर नियंत्रण नहीं कर सकी। फिर परिणाम वही ढांक के तीन पात वाला रहा। अब तो हालत बद से बदतर हो गयी है। हल्की सी बरसात में जो खस्ता हाल रहता है उसे बयां करना ही बेकार है जबकि लोग झूरे में ही गिर रहे हैं हाथ पैर टूट रहे हैं फिर भी लोगों के लिए नौबस्ता का ही एक ऐसा मार्ग हैं जो लगभग चार- पाँच गाँवों को जाने आने में इस रास्ते से आसानी होती है आसानी तो छोड़ो लोग अब लगभग तीन साल से आये दिन गिरते हैं और चोट का सामना करते हैं तो वहीं बहुत से लोग फैक्चर के भी शिकार हो जाते हैं l सड़क के गड्ढ़ों में हर दिन कोई न कोई गिरा पड़ा मिलता है lइसके बाद भी सड़क की न ही मरम्मत की जा रही है और न ही नवीनीकरण किया जा रहा है l जबकि इस गाँव से कमयनपुर, पद्माकरपुर, भगतपुर, सरासेतन, मीतन का पुरवा आदि गाँवों के लिए जल्दी घर और गाँव पहुँचने के कारण इसी सड़क से जाना पसन्द करते हैं और जाने वाले सभी वाहन भी गुजरते है। इस सड़क के टूटने के बाद सरकार के प्रति लोगों का गुस्सा काफी बढ़ गया है। हालत यह है कि आम आदमी का जीनव नारकीय हो गया है। वहीं पर लक्ष्मणपुर क्षेत्र के हन्डौर चौराहे से होकर डाड़ी, पूरे शुक्लान, डीह सहित दर्जनों गावों को जोड़ने वाली सड़क को गढ्ढामुक्त करने के नाम पर किए गअ खिलवाड़ के प्रति स्थानीय लोगों ने नाराजगी ब्यक्त करते हुए मुख्यमन्त्री पोर्टल पर भी शिकायत किया है । गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों पूर्व सड़क को गढ्ढामुक्त करने के नाम पर कार्य तो प्रारम्भ हुआ किन्तु ठेकेदार द्वारा सड़क को गढ्ढामुक्त करने के नाम पर सिर्फ कागजी कार्यवाही हेतु खाना पूर्ति किए जाने को लेकर ग्रामीणों ने जताया था विरोध । मामले की जानकारी लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता दो के ‌सुनूल दत्त को दिए जाने के बाद भी समस्या का निदान न किए जाने के बाद ग्रामीणों ने इसकी शिकायत मुख्यमन्त्री पोर्टल पर कर कार्य को सही ढंग से किए जाने हेतु किया है मांग ।

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