समाजसेवी ग्रुप ने तीन घंटे के अन्दर कराई लावारिस शव की पहचान

प्रकाश प्रभाव न्यूज़ प्रयागराज
समाजसेवी ग्रुप ने तीन घंटे के अन्दर कराई लावारिस शव की पहचान
रिपोर्टर - अलोपी शंकर
प्रयागराज। झूंसी थाना क्षेत्र में शास्त्री पुल के नींचे गंगा के कछान में 12/8/20 को लावारिस हालत में मिले युवक के शव की पहचान समाजसेवी की पहल कदमी पर 14/8/20 दोपहर बिहार के रहने वाले मजदूर के रूप में की गई। मृतक के पास से मिले आईडी के पते पर समाजसेवी ने बिहार पुलिस के सहयोग से सूचना दी।
बिहार के गोपालगंज जनपद के बरौली थाना क्षेत्र के विशुनपुरा मोहम्मदपुर निलामी गांव निवासी बलीन्द्र कुमार महतों 22 वर्ष पुत्र जनक महतों दो भाई और दो बहनों में छोटा था। उसके मातापिता ने दो माहपूर्व उसकी शादी पूजा देवी के साथ कर दिया। शादी के बाद वह अपने गांव वालों के साथ मजदूरी करने के लिए शहर के झूंसी इलाके में आकर रहने लगा। बताया जा रहा है कि 12/8/20 की सुबह अपने साथियों को वगैर बताए कमरे से निकला और वापस नहीं लौटा। जिसके बाद से उसके साथी खोजबीन कर रहे थे। उक्त जानकारी देते हुए मृतक के पिता जनक महतों ने बताया कि बिहार के गोपालगंज के बरौली थाने की पुलिस ने गुरूवार की देर शाम खबर दी। मृतक के पिता जनक महतों ने समाजसेवी मोहम्मद आरिफ को इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि 12/8/20 की शाम झूंसी के शास्त्री पुल के नीचे गंगा के कछार में लावारिस हालत में एक युवक का शव लहूलुहान पाया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव का अज्ञात में पंचनामा करके अन्त्य परीक्षण के लिए भेज दिया।
इस सम्बन्ध में समाजसेवी मोहम्मद आरिफ को खबर लगी तो उन्होंने पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों से सम्पर्क किया। कर्मचारियों ने बताया कि मृतक के पास से एक आधार कार्ड मिला है। जिससे यह लग रहा है कि आधार कार्ड मृतक का ही है। यह जानकारी होते ही पोस्टमार्टम कर्मचारियों से आधार कार्ड के पते पर बिहार पुलिस से सम्पर्क किया। इसके साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार में प्रचारित किया। जिससे महेत तीन घंटे अन्दर ही बरौली थाने की पुलिस ने मोहम्मद आरिफ से सम्पर्क किया और बताया कि मृतक के परिवारीजन सुबह तक वहां पहुंच जाए।
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